संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेला अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है, लेकिन कांवरियों की आस्था में कोई कमी नहीं आयी है. बाबा बैद्यनाथधाम की नगरी शनिवार को भी भक्तिमय माहौल में डूबी रही. एक ओर जहां मेला समाप्ति की ओर अग्रसर है, वहीं दूसरी ओर बाबा दरबार में कांवरियों की भीड़ लगातार बनी हुई है. शनिवार को 174740 कांवरियों ने बाबा पर जलार्पण कर पूजा-अर्चना की. सुबह से ही मंदिर परिसर बोल बम और हर हर महादेव के जयकारों से गूंजता रहा. कांवरिये पूरी आस्था और उल्लास के साथ बाबा पर जल चढ़ाते नजर आये. जलार्पण के बाद श्रद्धालु मंदिर परिसर में भक्ति-भाव में झूमते-गाते रहे. जलार्पण के बाद बड़ी संख्या में भक्तों ने माता पार्वती मंदिर में भी पूजा-अर्चना की और आरती कर भाव विभोर हो गये. शनिवार की सुबह जैसे ही बाबा मंदिर का पट खुला, सबसे पहले कांचा जल अर्पित किया गया. इसके बाद पुजारी ने बाबा बैद्यनाथ की दैनिक पूजा-अर्चना की. वहीं आम श्रद्धालुओं के लिए पट सुबह 4:09 बजे खोला गया. पट खुलने से पहले ही कांवरियों की लंबी कतार बीएड कॉलेज तक पहुंच चुकी थी. मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन द्वारा सुव्यवस्थित ढंग से की गयी थी. कांवरियों को जलसार पार्क होते हुए शिवराम झा चौक और संस्कार मंडप के रास्ते मंदिर परिसर तक पहुंचाया गया, जहां अरघा के माध्यम से कतारबद्ध तरीके से जलार्पण कराया गया. इस दौरान कुल 174740 कांवरियों ने जल चढ़ाया, जिनमें मुख्य अरघा से 112853, बाह्य अरघा से 51753 व शीघ्रदर्शनम कूपन के 10134 भक्त शामिल हैं. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखा. सुरक्षा के मद्देनज़र मंदिर परिसर और मेला क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. जगह-जगह बैरिकेडिंग, पेयजल, स्वास्थ्य शिविर और नियंत्रण कक्ष भी सक्रिय रहे. श्रावणी मेले के अंतिम सोमवारी और पूर्णिमा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आने की संभावना है, लेकिन शनिवार की भीड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि बाबा बैद्यनाथ की नगरी में श्रद्धा का सैलाब कभी थमता नहीं.
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