संवाददाता, देवघर : निर्जला एकादशी के अवसर पर शुक्रवार को बाबा बैद्यनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से ही भक्तों की कतार मंदिर परिसर होते हुए क्यू कॉम्प्लेक्स के बाहर तक पहुंच गयी थी. बाबा का पट खुलने से पहले ही आम कतार में हजारों भक्त लाइन में लग चुके थे. अत्यधिक भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन को एक बार फिर शीघ्र दर्शनम कूपन सेवा को चार घंटे तक बंद करना पड़ा. सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक कूपन काउंटर पर ताला लटका रहा. स्थिति सामान्य होने के बाद ही दोबारा कूपन वितरण शुरू हो सका.
प्रवेश द्वारों पर भी दिखा भीड़ का दबाव
भीड़ के कारण बाबा मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों पर भारी दबाव देखा गया. स्थिति यह रही कि भीतरखंड कार्यालय में जाने वाले दोनों मुख्य द्वारों को दोपहर दो बजे तक बंद रखा गया. सिर्फ दुर्गा मंडप वाले द्वार से ही कूपनधारी भक्तों को कतारबद्ध तरीके से प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते आम कतार से जलार्पण करने में तीन से चार घंटे का समय लग रहा था. वहीं कूपनधारियों को भी डेढ़ से दो घंटे तक लाइन में रहना पड़ा. दिन भर की इस व्यवस्था के बीच बाबा मंदिर का पट रात लगभग पौने आठ बजे बंद किया गया.
5095 भक्तों ने कूपन लेकर की पूजा
मंदिर प्रशासन के अनुसार शुक्रवार को करीब सवा लाख भक्तों ने बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण किया, जिसमें से 5095 श्रद्धालुओं ने कूपन लेकर शीघ्रदर्शनम का लाभ लिया. इधर, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन एवं होम गार्ड के जवान दिनभर तैनात रहे. कई जगहों पर श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर से बाहर निकालने में होम गार्ड की भूमिका अहम रही.
शुभ मुहूर्त में मुंडन, उपनयन एवं उद्यापन संस्कार
एकादशी के शुभ संयोग पर मंदिर परिसर एवं उसके बरामदों में मुंडन, उपनयन एवं एकादशी उद्यापन जैसे संस्कार लगातार चलते रहे. शाम चार बजे तक सभी अनुष्ठानों के लिए जगह भरे रहे. सुविधा केंद्र समेत मंदिर के विभिन्न हिस्सों में अष्टजाम, कीर्तन और जागरण का आयोजन भक्तों द्वारा किया गया.
कूपन काउंटर चार घंटे रहा बंद
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