मधुपुर. शहर के भेड़वा स्थित राहुल अध्ययन केंद्र में रविवार को जनवादी लेखक केदारनाथ अग्रवाल की स्मृति दिवस के अवसर पर याद किया गया. उपस्थित लोगों ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. इस अवसर पर धनंजय प्रसाद ने कहा कि केदारनाथ अग्रवाल प्रगतिशील जनवादी विचार धारा के कवि थे. उनकी भाषा, शैली व मानवीय संवेदना युक्त सभी रचनाएं है, जो उन्हें जनसरोकार व जनपक्षधरता से जोड़ती है. वे पेशे से वकील थे और दस वर्षों तक सरकारी वकील रूप में कार्यरत रहे. वकालत के पेशे से जुड़कर भी मानवीय संवेदना के केंद्र में हमेशा ही बने रहे. उनकी प्रमुख रचनाएं गुल मेंहदी, आत्मनेह, जमुना जल आदि रही है. सोवियत लैंड नेहरू सम्मान, साहित्य अकादमी सम्मान सहित दर्जनों संस्थाओं द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया. इस अवसर पर अन्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किया.
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