वरीय संवाददाता, देवघर : संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री रहे पंडित विनोदानंद झा की 125वीं जयंती गुरुवार को तक्षशिला विद्यापीठ के सभागार में समारोहपूर्वक मनायी गयी. इसमें शहर के गण्यमान्य लोगों ने पंडितजी की तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्य अतिथि विधायक सुरेश पासवान ने विनोदा बाबू को करिश्माई व्यक्ति बताते हुए कहा कि समाज के प्रति उनके बहुत सारे योगदान हैं, जिन्हें हम कभी नहीं भूल सकते. देवघर के बारे में उनकी दूरदर्शिता का परिणाम है कि मैं आज देवघर का विधायक हूं. इतना ही नहीं पुनासी जलाशय योजना भी उन्हीं की परिकल्पित योजना थी. शिक्षा के क्षेत्र में किये गये उनके कार्यों तथा योगदान को सभी स्वीकारते हैं. हिंदी विद्यापीठ की कुलपति डॉ प्रमोदिनी हांसदा ने कहा कि पंडित जी की राजनीति समाजसेवा पर केंद्रित थी. समाज के पिछड़े वर्गों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने को लेकर वे हमेशा तत्पर रहे. क्षेत्रीय भाषा के विकास में भी उनका अहम योगदान रहा है. तीर्थ पुरोहित दुर्लभ मिश्र ने कहा कि पंडित जी अपने मुख्यमंत्रित्व काल में पेयजल, सिंचाई व पलायन रोकने को प्रमुखता देने का काम किया. वहीं, अधिवक्ता अशोक राय, रिटायर्ड प्रो रामनंदन सिंह, डॉ नागेश्वर शर्मा, रीता चौरसिया ने अपने उद्गार व्यक्त किये. रमेश बाजला ने विनोदा बाबू की आदमकद प्रतिमा शीघ्र लगाये जाने की मांग रखी. उद्घाटनकर्ता मोतीलाल द्वारी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पंडित जी को वीर विनोदा कहा जाता था.
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