मारगोमुंडा. प्रखंड क्षेत्र के सीमरगढ़ा गांव निवासी डॉ अब्दुल समद अंसारी एवं उनकी धर्म पत्नी नाजमा खातून हज-ए-बैतुल्लाह की पवित्र यात्रा पर रवाना हुए. इस मुबारक मौके पर पूरे गांव में खुशी और आध्यात्मिक उल्लास का माहौल देखा गया. हज यात्रा पर रवाना होने से पूर्व उनके आवास पर गांव के बुजुर्ग, रिश्तेदार, स्थानीय बुद्धिजीवी, धार्मिक नेता एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुए. सभी ने उन्हें अल्लाह के घर की जियारत के लिए ढेरों शुभकामनाएं दी और दुआओं के साथ भावभीनी विदाई दी. परिजनों और परिचितों ने कहा कि हज पर जाना हर मुसलमान का ख्वाब होता है, जो अल्लाह की रहमत से ही पूरा होता है. डॉ. अब्दुल समद अंसारी इलाके के एक प्रतिष्ठित चिकित्सक और समाजसेवी हैं. वर्षों से वे गरीब, जरूरतमंद और बीमार लोगों की नि:स्वार्थ सेवा करते आ रहे हैं. क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनकी हज यात्रा को लेकर पूरे गांव में हर्ष का माहौल है. उनकी धर्मपत्नी नाजमा खातून भी सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही है. इस दौरान स्थानीय इमाम, पंचायत प्रतिनिधि एवं समाज के अन्य गणमान्य लोगों ने हज पर रवाना हो रहे दंपती को अल्लाह की राह में सलामती और मकबूल हज की दुआ दी. उपस्थित लोगों ने कहा कि यह पूरे गांव के लिए एक गर्व का क्षण है कि हमारे बीच से कोई खुदा के घर की जियारत पर जा रहा है. गांव के युवाओं और बच्चों ने भी इस मौके को एक प्रेरणा के रूप में देखा और कहा कि ऐसे पवित्र सफर हमें अल्लाह के करीब लाते हैं और समाज में अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित करते हैं.
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