सारठ. पालोजोरी थाना क्षेत्र के दुधानी गांव निवासी मेराज की मौत ने पूरे इलाके को सुलगा दिया है. घटना के बाद बुधवार की शाम से ही लोग पुलिस के खिलाफ आक्रोशत हो गये थे, लेकिन गुरुवार की सुबह गुस्सा इस कदर फूट पड़ा कि पालोजोरी थाना के सामने रणक्षेत्र बन गया. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने मेराज को साइबर अपराधी बताकर हिरासत में लिया था, जिसके बाद उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. इस खबर के फैलते ही गुस्सायी भीड़ ने थाने पर धावा बोल दिया.
पुलिस की सख्ती के बाद छंटी भीड़, फ्लैग मार्च से कायम की गयी शांति
पूर्व सांसद ने की निष्पक्ष जांच की मांग, विपक्ष पर लगाया साजिश का आरोप
सीओ ने कहा भीड़ को काबू में लाने के लिये बल प्रयोग करना पड़ा
एसडीपीओ ने कहा पथराव में पुलिस को लगी है चोट
गांव में शव पहुंचते ही मातम पसरा
स्थिति नियंत्रित करने में ये अधिकारी रहे मौजूद
सारठ. स्थिति नियंत्रित करने के लिये एसडीपीओ रंजीत लकड़ा सहित पालाजोरी बीडीओ अमीर हमजा, सीओ अमित कुमार भगत, साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद, पालाजोरी इंस्पेक्टर नगेंद्र कुमार मंडल, थाना प्रभारी पालोजोरी प्रभात कुमार, सारठ थाना प्रभारी सूरज कुमार, पथरड्डा ओपी प्रभारी शालो हेम्ब्रम के अलावे खागा, चितरा मारगोमुंडा के कई पुलिस पदाधिकारी व करीब 150 से 200 की संख्या में सशस्त्र पुलिसकर्मी लगे रहे.
पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल, 30 बाइकें जब्तशव पहुंचते ही दुधानी गांव में मातम, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
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