सारवां. ज्येष्ठ माह के भौम अमावस्या पर विभिन्न काली मंदिरों में मां महाकाली की भव्य शृंगार पूजन का सोमवार देर रात को आयोजन किया गया. इस दौरान क्षेत्रवासियों ने मां महाकाली की पूजा कर अपने परिवार के साथ क्षेत्र के कल्याण की कामना की. वहीं, बाबा दुखहरण नाथ महादेव मंदिर प्रांगण में संरक्षक सुगन मिश्रा, अध्यक्ष कारु मंडल की देखरेख में पुजारी पंडित हनु झा की ओर से मां काली को विभिन्न प्रकार के द्रव्यों से महास्नान कराया गया. वहीं, मां को वस्त्र के साथ शृंगार प्रसाधन अर्पित किया गया. इस अवसर पर मां को फल-फूल के साथ मिष्ठान का भोग चढ़ाया गया. वहीं, शास्त्री महेश वत्स ने कहा कि मां काली का रूप जितना भयंकर है मां उतना ही ममतामयी भी है. मां काली अपने भक्तों के संकटों को देख नहीं सकती हैं. जब-जब भी धरा पर आसुरी शक्तियों का प्रकोप बड़ा है मां ने काली का रूप धारण कर धरा से आसुरी शक्तियों का विनाश कर अपने भक्तों को भय मुक्त किया है. अमावस्या पर जो कोई भी मां की सच्चे मन से आराधना करते हैं मां उनकी सभी मुरादें पूरी करती हैं और परिवार में श्रीसमृद्धि प्रदान करती है. वहीं, क्षेत्र के मां कुशमेश्वरी काली मंदिर, रक्ति काली मंदिर के अलावा अन्य काली मंदिरों में भी भौम अमावस्या पर धूमधाम पूर्वक मां काली की शृंगार पूजन का समारोहपूर्वक आयोजन किया गया. साथ ही महाप्रसाद का वितरण किया गया. मौके पर रतन दास, नरेश वर्मा, मंटू बरनवाल, केशव बरनवाल, लक्ष्मण शर्मा, रवि शर्मा, पागो पोद्दार, राम रावत, नंदलाल वर्मा, अशोक वर्मा, श्रीकांत मालाकार आदि मौजूद थे.
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