पुजारी सुनील झा ने की सरदारी पूजा
हर दिन की तरह बाबा मंदिर का पट सुबह तीन बजे खुलने के बाद सबसे पहले मां काली की पूजा की गयी. उसके बाद पुजारी सुनील झा बाबा मंदिर में प्रवेश कर कांचा जल पूजा प्रारंभ करायी. कांचा जल पूजा के बाद बाबा भोलेनाथ की शोडषोपचार विधि से सरदारी पूजा संपन्न करायी. इसके बाद अरघा के माध्यम से जलार्पण प्रारंभ कराया गया. सुबह छह बजे से शीघ्र दर्शनम काउंटर का संचालन प्रारंभ किया गया. बुधवार को भीड़ कम रहने के कारण मंदिर का पट रात नौ बजे बंद हुआ साढ़े नौ बजे बाबा की श्रृंगार पूजा शुरू हो गयी.
शुक्रवार से बाबा का स्पर्श पूजा शुरू
शुक्रवार से बाबा भोलेनाथ के मंझलाखंड में लगे अरघा को हटा दिया जायेगा. आने वाले भक्त बाबा की अब स्पर्श पूजा करेंगे. इसके लिए मंदिर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, स्पर्श पूजा की शुरुआत बाबा मंदिर में डीसी, एसपी, एसडीओ सहित अन्य आलाधिकारी विशेष रूप से पूजा कर शुरुआत करेंगे. मालूम हो कि मेले का सफलता पूर्वक संचालन होने के बाद बाबा मंदिर की ओर से प्रशासक के अगुवाई में बाबा भोलेनाथ की विशेष पूजा करने की परंपरा चली आ रही है.
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भक्तों के बीच बंटेगा प्रसाद
बाबा मंदिर में डीसी की अगुवाई में अन्य अधिकारी को बाबा मंदिर प्रशासनिक भवन में इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित की अगुवाई में वैदिक पंडितों के द्वारा विधिवत मंत्रोच्चार के साथ संकल्प कराया जायेगा.
Posted By: Samir Ranjan.