संवाददाता, देवघर : राजकीय श्रावणी मेला 2025 में शिवलोक परिसर में कथावाचक छोटे सरकार व देवी ज्योति शास्त्री ने प्रवचन दिया. राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त देवी ज्योति शास्त्री ने कहा कि माता-पिता की सेवा सबसे बड़ी सेवा है. संसार में माता पिता के दर्शन मात्र से ही तैतीस कोटि देवी-देवता प्रसन्न होते हैं. उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा को भगवान की सेवा के समान माना जाता है. माता-पिता की सेवा करना, ईश्वर की सेवा करने के समान ही महत्वपूर्ण है. माता-पिता की सेवा केवल बुढ़ापे में ही नहीं, बल्कि उनके जीवन के हर चरण में करनी चाहिए. माता-पिता की सेवा करने से ना केवल उन्हें खुशी मिलती है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में भी सुख और समृद्धि भी लाता है. उन्होंने भगवान श्री राम का उदाहरण देते हुए समझाया कि भगवान राम ने अपने माता-पिता, राजा दशरथ और माता कौशल्या की अत्यंत श्रद्धा और आज्ञाकारिता के साथ सेवा की. पिता की आज्ञा का पालन करते हुए 14 वर्ष का वनवास सहर्ष स्वीकार किया. राम ने सदैव अपने माता-पिता का सम्मान किया और उनकी हर आज्ञा का पालन किया. कथावाचक छोटे सरकार ने कहा कि संसार में पति धर्म से बढ़ कर कोई धर्म नहीं है. अहंकार में सती ने अनुश्रवण नहीं किया, इसक कारण उन्हें अपने शरीर का त्याग करना पड़ा. वही मैय्या अगले जन्म में पार्वती हुई. उन्होंने अपने पति की सेवा की. कार्यक्रम में उद्घोषक उत्तम शर्मा व मधु सिंह थी. भजन गीत कार्यक्रम में वादक के रूप में देवेंद्र, संजय, मनोज, बबलू आदि शामिल थे.
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