प्रतिनिधि, मोहनपुर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव के समीप हुए भीषण सड़क हादसे की जांच करने शुक्रवार को आइआइटी मद्रास के सड़क सुरक्षा उत्कृष्टता केंद्र (सीओइआरएस) की टीम देवघर पहुंची. टीम ने दुर्घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर तकनीकी साक्ष्य जुटाये. हादसे में छह लोगों की मौत के बाद केंद्र व राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वैज्ञानिक विश्लेषण के निर्देश दिये हैं. आइआइटी मद्रास की टीम में शामिल प्रोजेक्ट इंजीनियर अभय दीक्षित और कार्तिक एन ने दुर्घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया. उन्होंने सड़क की चौड़ाई, वाहनों की स्थिति और दुर्घटना के समय की परिस्थितियों को लेकर साक्ष्य एकत्रित किये. टीम ने दुर्घटनास्थल की दूरी को मीटर स्केल से नापा और घटनास्थल के आसपास मौजूद चश्मदीद ग्रामीणों से बातचीत कर घटना के क्रम को समझा. साथ ही दुर्घटना में घायल हुए लोगों का एम्स देवघर में जाकर बयान भी दर्ज किया गया. गौरतलब है कि यह हादसा मंगलवार सुबह करीब छह बजे हुआ था, जब जमुनिया गांव के पास यात्री बस और गैस सिलिंडर लदे ट्रक के बीच टक्कर हो गयी थी. टक्कर के बाद बस दो सौ मीटर की दूरी पर बिना चालक की दौड़ती रही. इसके बाद सड़क किनारे स्थित ईंट के ढेर से टकरा कर बस रुकी थी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस चालक समेत छह लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 23 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इस जांच टीम के साथ मौके पर मोहनपुर थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार, जिला के सहायक अभियंता महेंद्र दास, जूनियर अभियंता देव कुमार मरांडी, डिस्ट्रिक्ट रोलआउट मैनेजर सदानंद कुमार, रोड इंजीनियर एनालिस्ट प्रवीण कुमार और एसआइ मनिंदर कुमार मौजूद थे. घटना की गंभीरता को देखते हुए सड़क सुरक्षा से जुड़ी केंद्रीय एजेंसियों ने इसे अध्ययन के लिए उपयुक्त मानते हुए आइआइटी मद्रास की टीम को मौके पर भेजा है. टीम ने बताया कि हादसे के वास्तविक कारणों की तकनीकी जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. जांच के बाद टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार और केंद्र सरकार को सौंपेगी. यह टीम सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए काम कर रही है और इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है. हाइलाइट्स जमुनिया सड़क हादसे की जांच में जुटी आइआइटी मद्रास की टीम, तकनीकी पहलुओं का किया सूक्ष्म अध्ययन
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