मधुपुर. मुहर्रम-उल-हराम की दसवीं तारीख को लखना कर्बला में मुहर्रम पर आस्था, श्रद्धा देखने को मिला. महिलाएं, पुरुष व बच्चों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. आसपास के इलाके को अकीदतमंद कर्बला पहुंचकर फातिहा कराया. लोगों ने फातिहा में शकरपाला, मिठाई आदि का फातिहा कराया. मुहर्रम पर श्रद्धा के साथ इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद किया और मानवता व शांति का संदेश दिया गया. जायरीनों ने कर्बला पहुंचकर चादरपोशी की, फातिहा पढ़ी और अपने परिवार व समाज की खुशहाली के लिए दुआएं मांगी. इस अवसर पर जगह-जगह अलम, ताजिया और मातमी जुलूस निकाला गया. जिनमें अजादारों ने सीना जनी कर शहीदे कर्बला को श्रद्धांजलि अर्पित किया. कर्बला कमेटी द्वारा श्रद्धालुओं के ठहरने, खाने और चिकित्सा जैसी सुविधाओं का समुचित प्रबंध किया गया. विशेष रूप से बड़ी संख्या में रोजेदारों ने रोजा खोला. रोजेदारों के लिए इफ्तार की व्यवस्था की गयी थी. इस सेवा कार्य में कमेटी के मो. अली नायाब, अख्तर मोहम्मद, अब्दुल्ला काशिफ अयूबी, मो सलाउद्दीन अयूबी, मो एजाज अहमद सहित अन्य कार्यकर्ता सहयोग में जुटे रहे. मुहर्रम को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने भी कड़े इंतजाम किये थे. मौके पर एसडीओ राजीव कुमार, एसडीपीओ सत्येंद्र प्रसाद, सीओ यामुन रविदास व इंस्पेक्टर इंचार्ज राकेश कुमार पुलिस जवान के साथ लगातार गश्त करते रहे थे. कर्बला परिसर में भीड़ को देखते हुए सीसीटीवी निगरानी और वालंटियर की सहायता ली गयी. किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए हर स्तर पर निगरानी की गयी. हाइलार्ट्स: अखाड़ा में युवाओं ने दिखायें हैरतअंग्रेज करबत इमाम हुसैन की कुर्बानी को किया याद
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