Dhanbad News | बाघमारा, रंजीत सिंह: धनबाद के बाघमारा अंचल में फर्जी दस्तावेजों के सहारे आवासीय प्रमाण पत्र बनाने का एक और मामला सामने आया है. इस बार अंचल अधिकारी ने सख्ती दिखाते हुए आवेदिका, पंचायत मुखिया, दो कर्मचारियों और कंप्यूटर ऑपरेटर से स्पष्टीकरण मांगा है. इससे पहले फुलवारीटॉड पंचायत में भी ऐसा ही फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था.
डूमर गांव का है मामला
ताजा मामला बेहरा कुदर पंचायत के लेढी डूमर गांव से जुड़ा है. यहां पायल कुमारी (पति मोहन दास) के नाम से आवासीय प्रमाण पत्र (JH LR CO/2025/33546, दिनांक 16-01-2025) जारी किया गया. मुखिया जालिम रजक ने वंशावली और खतियान का सत्यापन किया था. इस मामले में लक्ष्मी कुमारी (पति सूरज राम) की शिकायत पर अंचल अधिकारी ने जांच कराई, जिसमें फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.
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क्या है मामला?
बता दें कि पायल कुमारी ने जनवरी 2025 में आंगनबाड़ी सेविका चयन के लिए दो दिनों में आवासीय प्रमाण पत्र की मांग की थी. इस पर मुखिया जालिम रजक ने वंशावली और खतियान सत्यापित कर स्थानीय प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से आवेदन करवाया. कर्मचारी सुदामा राम ने आवेदन को प्रभारी अंचल निरीक्षक बिनोद सिन्हा को अग्रसारित किया. दोनों के प्रतिवेदन के आधार पर अंचल अधिकारी ने प्रमाण पत्र जारी कर दिया, जिसके सहारे पायल कुमारी का आंगनबाड़ी सेविका के लिए चयन भी हो गया.
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स्पष्टीकरण मांगने पर मचा हड़कंप
उक्त मामले में अंचल अधिकारी ने आवेदिका पायल कुमारी, मुखिया जालिम रजक, कर्मचारी सुदामा राम, प्रभारी अंचल निरीक्षक बिनोद सिन्हा और कंप्यूटर ऑपरेटर सलिक कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है. अंचलाधिकारी की इस कार्रवाई से पंचायतों, अंचल कार्यालय और प्रज्ञा केंद्र संचालकों में हड़कंप मच गया है. अब हर आवेदन की गहन जांच की जा रही है. अंचल अधिकारी ने चेतावनी दी है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. ग्रामीणों ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.
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