Dhanbad News: धनबाद-डीआरडीओ के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन सिस्टम के डायरेक्टर जनरल डॉ बीके दास ने कहा कि भारत को वैश्विक शक्ति बनाने की दिशा में रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) अहम भूमिका निभा रहा है. हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में डीआरडीओ की तकनीकी भागीदारी और हथियार प्रणाली ने मिशन की सफलता को नयी ऊंचाई दी. वह रविवार को राजविलास पैलेस गोविंदपुर में आयोजित रोटरी क्लब ऑफ धनबाद के 79 वें चेंज ओवर सेलिब्रेशन में भाग लेने आये थे. प्रभात खबर से खास बातचीत में डॉ बीके दास ने कहा कि भारत आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली विकसित कर रहा है. अब भारत विदेशी हथियारों पर निर्भर नहीं रहेगा, अपने बनाए हथियारों से लड़ेगा और जीतेगा.
किसी भी सैन्य चुनौती का जवाब दे सकता है भारत-डॉ बीके दास
डॉ बीके दास ने बताया कि आने वाले समय में भारत नये अत्याधुनिक सिस्टम के साथ हथियारों का निर्माण करेगा, जो न केवल देश की सुरक्षा को मजबूती देगा, बल्कि तकनीकी रूप से ग्लोबली सुपर पावर बनायेगा. उन्होंने कहा कि डीआरडीओ भारत के लिए समग्र इको-सिस्टम विकसित कर रहा है. इसमें रक्षा से जुड़े हर घटक जैसे संचार, रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, मिसाइल सिस्टम आदि स्वदेशी तकनीक से तैयार किए जा रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता इस बात का प्रमाण है कि भारत अब किसी भी स्तर की सैन्य चुनौती का जवाब दे सकता है. यह ऑपरेशन भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और सामरिक कौशल का परिचायक है. डॉ दास ने यह भी संकेत दिया कि आनेवाले वर्षों में भारत रक्षा क्षेत्र में अपने नवाचार और शोध के दम पर दुनिया की अगली पीढ़ी की ताकत बन कर उभरेगा.
विदेश में बसने से बेहतर है अपने देश की सेवा-डॉ बीके दास
डॉ बीके दास ने कहा कि कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करने की होड़ लगी हुई है. सभी कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग कर विदेश की ओर रुख कर रहे हैं. डॉ दास ने कहा कि कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग कर विदेश में बसने से बेहतर है कि अपने देश में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर बनकर सेवा करें. ऑपरेशन सिंदूर में भी डीआरडीओ ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. देश के इलेक्ट्रॉनिक्स अभियंताओं ने हमले में अपना मार्गदर्शन दिया और मार्गदर्शन सफल रहा. भारत ने पाकिस्तान के मंसूबे ध्वस्त कर दिया. देश के इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरों ने भी कमाल दिखाया था. डॉ दास ने कहा कि देश के युवाओं को गर्व के साथ जीना चाहिए और देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने में भी पीछे नहीं रहना चाहिए.
ये भी पढ़ें: ‘नो वर्क, नो पे’ का नोटिस जारी कर काट लिया वेतन, प्रभात खबर ऑनलाइन लीगल काउंसेलिंग में छलका पीड़ित का दर्द