Dhanbad News : लोयाबाद कोलियरी का बिजली विभाग राम भरोसे है. शाम को कोई फॉल्ट हो गया और बिजली चली गयी, तो रात अंधेरे में गुजारना पड़ता है. रात्रि पाली में बिजली मिस्त्री की ड्यूटी रहती ही नहीं है. सुबह मिस्त्री के आने के बाद ही बिजली मिल पाती है. प्रबंधकीय सूत्रों का कहना है कि मैन पावर की कमी के कारण यह स्थिति है.
50 हजार की आबादी के साथ मजाक
लोयाबाद कोलियरी अंतर्गत 16 ट्रांसफॉर्मर और सात विद्युत सबस्टेशन हैं, जबकि आबादी लगभग 50 हजार है. इसका जिम्मा सिर्फ एक इलेक्ट्रिकल फोरमैन पर है. तीन बिजली मिस्त्री पदस्थापित हैं, जो पांच नंबर पिट सबस्टेशन, नौ नंबर पिट सबस्टेशन, 3/16 रसूल मोड़ सबस्टेशन, कोक प्लांट सबस्टेशन, लोयाबाद सात नंबर सबस्टेशन, कनकनी चार नंबर पिट सबस्टेशन व लोयाबाद हॉस्पिटल सबस्टेशन का कार्य देखते हैं. उनमें 16 ट्रांसफार्मर व 6.6 केवीए का स्विच है. कुल सात सबस्टेशनों को संभालने के लिए लोयाबाद कोलियरी में सात फोरमैन चाहिए, जिनमें सिर्फ एक फोरमैन नंदकिशोर पासवान पदस्थापित हैं. कोलियरी क्षेत्र में 28 स्विच मैन की जरूरत पर मात्र 14 स्विच मैन हैं. 28 बिजली मिस्त्री की जगह मात्र तीन बिजली मिस्त्री उपलब्ध हैं. सात सब स्टेशनों में रात्रि में कोई बिजली मिस्त्री नहीं है. सिर्फ स्विच मैन के भरोसे रात में काम चल रहा है. किसी तरह का फॉल्ट होने पर स्विच मैन बिजली काट देता है और काम खत्म. इस संबंध में जानकारी लेने के लिए कोलियरी इंजीनियर तरुण कुमार को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
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