आरपीएफ व सीआइबी की संयुक्त टीम ने शनिवार को चोरी के रेल लाइन के साथ चार युवकों को पकड़ा है. इनमें न्यू पहाड़ीगोड़ा खास जीनागोरा बलियापुर निवासी विशाल कुमार महतो, निमाई महतो, उत्तम कुमार महतो और मुनीडीह निवासी विकास चंद्र महतो शामिल हैं. इस मामले में शिकायत के नौ घंटे तक अंदर ही आरपीएफ ने सामान बरामद कर लिया. पकड़े गये युवकों ने मामले में अन्य नौ लोग भी संलिप्त कबूली है, उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
देर रात दर्ज हुआ मामला
ज्ञात हो कि एसटीएस इंफ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम की ओर से पेटी कांट्रैक्टर सुशांतों मिश्रा कंपनी सिंदरी रेल लाइन दोहरीकरण काम कर रही है. इसमें रखीतपुर-सिंदरी ब्लॉक हट स्टेशन के बीच लाइन दोहरीकरण के लिए जमा किये गये रेल (पटरी) से 42 मीटर रेल की चोरी होने की शिकायत कंपनी के मैनेजर मृदुल कुमार सिन्हा ने आरपीएफ से एक अगस्त की रात 12.30 बजे की थी. इसके आधार पर आरपीएफ पोस्ट में मामला दर्ज किया गया.
झाड़ियों से 21 टुकड़ों में बरामद हुआ रेल
मामला दर्ज होने के बाद आरपीएफ व सीआइबी की संयुक्त गश्ती टीम ने रखीतपुर-सिंदरी ब्लाक हाल्ट के बीच झाड़ियों से 21 टुकड़ों में करीब 42 मीटर रेल लाइन बरामद किया. वहीं इसके साथ चार युवकों को पकड़ा गया. पकड़े गये युवकों में से निमाई महतो, उत्तम कुमार महतो उक्त पेटी कांट्रैक्टर कंपनी के चौकीदार हैं.
अन्य नौ लोगों का नाम आया
गिरफ्तार चारों ने अन्य नौ लोगों का नाम लिया है. जिनमें पहाड़ीगोड़ा निवासी आशीष महतो, चोरीका मास्टरमाइंड सीताराम महतो, भेलाटांड़ निवासी कमल महतो, झंटू महतो व विशाल महतो, कुसमाटांड़ निवासी अजय महतो, बोका बाउरी, कबाड़ी गोदाम संचालक दिनेश महतो तथा कंपनी का मुंशी शिबू गोप शामिल हैं. पूछताछ में चारों ने बताया कि सीताराम महतो के कहने पर उन लोगों ने 30-31 जुलाई की रात उक्त रेल चुराकर झाड़ी में छुपाया था. इसके एवज में दिनेश महतो ने 45800 रुपये भेजे थे.
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