विशिष्ट संस्थान है आइआइटी-आइएसएम
राष्ट्रपति ने कहा आइआइटी-आइएसएम एक विशिष्ट संस्थान है. इस संस्थान का 100 वर्षों का गौरवमय इतिहास रहा है. समय के साथ संस्थान ने अपने अंदर काफी बदलाव किया और एक अग्रणी संस्थान बन गया है. आइआइटी-आइएसएम ने शिक्षा एवं नवाचार का विकास किया है. यह संस्थान समाज के लिए काम कर रहा है. आदिवासियों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस चला रहा है. यहां पर जनजातीय युवाओं, महिलाओं को कौशल विकास के तहत दक्ष किया जा रहा है.
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देश के विकास में आइआइटी आइएसएम की महत्वपूर्ण भूमिका
राष्ट्रपति ने छात्रों से कहा कि आपके ज्ञान एवं कौशल का उद्देश्य समाज, देश एवं विकास के लिए होना चाहिए. देश के संपूर्ण विकास में आइआइटी आइएसएम की महत्वपूर्ण भूमिका है. ब्राइट माइंड को गाइड करना है. डिजिटल युग में समाज की असमानता को समाप्त करना बड़ी चुनौती है. ऐसे में आइआइटी आइएसएम के ऊपर समाज को मार्गदर्शन करने का दायित्व बढ़ा है.
पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा
पिछले कुछ वर्षों में पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा है. आइआइटी आइएसएम केवल इंजीनियर नहीं पैदा करते. बल्कि सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में भी कर रहा है. भारत तकनीकी महाशक्ति बढ़ने की ओर बढ़ रहा है. यहां की प्रतिभाओं को सही दिशा देने की कोशिश हो रही है. इसके लिए रिसर्च एवं पेटेंट को बढ़ावा देना होगा. जटिल समस्याओं का रचनात्मक समाधान करना होगा.
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