टैक्स के बाद भी सुविधाएं नहीं
निगम के आंकड़ों पर गौर करें, तो हैंड स्प्रे में एक दिन में दो हजार रुपये व माह में 60 हजार खर्च होता है. एक हैंड स्प्रे की क्षमता पांच लीटर की है. मुश्किल से 20 मिनट तक ही चल सकती है. ऐसी व्यवस्था में शहर के लोगों को मच्छरों से निजात नहीं मिल सकती. शहरवासियों का कहना है कि नगर निगम को नियमित टैक्स देते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है.
सीएनजी के कारण बंद है कोल्ड फॉगिंग मशीन
डेढ़ करोड़ की लागत से पांच कोल्ड फॉगिंग मशीनें खरीदी गयी. जिस कंपनी से मशीनें खरीदी गयी हैं, उसे एक साल तक इसका मेंटेनेंस करना है. अगस्त 2023 में पांचों कोल्ड फॉगिंग मशीन सड़क पर उतारी गयी. यह मशीन केमिकल में पानी मिलाकर चलती है. उद्घाटन के बाद मुश्किल से एक माह तक शहर में कोल्ड फॉगिंग मशीन दिखी. इसके बाद निगम के पार्किंग में फॉगिंग मशीन खड़ी है. नगर निगम की ओर से सीएनजी नहीं मिलने का हवाला देते हुए गाड़ी खड़ी करने की बात कर रहे हैं. हालांकि यह भी कह रहे हैं कि जल्द ही सभी कोल्ड फॉगिंग मशीन सड़क पर उतारा जायेगा.
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बढ़ गया है मच्छरों का प्रकोप
मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है. शहर में नगर निगम की धुआं गाड़ी नहीं दिखती है. नगर निगम को मूलभूत सुविधाओं पर पहल करनी चाहिए. नगर निगम को हमलोग नियमित टैक्स देते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. मच्छर का प्रकोप को देखते हुए नगर निगम को लगातार शहर में फॉगिंग कराना चाहिए.
चेतन गोयनका, अध्यक्ष जिला चेंबर
पांच साल से नगर निगम की फॉगिंग गाड़ी नहीं दिखी. कोरोना काल में नगर निगम की ओर से शहर में फॉगिंग करायी जाती थी. कोरोना काल के बाद नगर निगम की फॉगिंग गाड़ी नहीं दिखी. नगर निगम टैक्स लेता है, तो मूलभूत सुविधाओं का भी ध्यान रखना चाहिए. शहर में जल्द से जल्द फॉगिंग शुरू कराना चाहिए.
लोकेश अग्रवाल, महासचिव, बैंकमोड़ चेंबर
मच्छर को लेकर आ रही शिकायत
सहायक नगर आयुक्त संतोषिनी मुर्मू ने बताया कि मच्छर को लेकर शहर के लोगों की शिकायत आ रही है. फिलहाल हैंड स्प्रे से शहर में फॉगिंग करायी जा रही है. अगस्त 2023 में पांच कोल्ड फॉगिंग मशीन खरीदी गयी है. कुछ तकनीकी कारणों से कोल्ड फॉगिंग मशीन नहीं निकाली जा रही थी. अब जल्द ही सभी कोल्ड फॉगिंग मशीन से शहर में फॉगिंग करायी जायेगी.