किडनी खराब के क्या हैं लक्षण, कैसे करें बचाव? प्रभात खबर ऑनलाइन मेडिकल काउंसेलिंग में लोगों ने पूछे सवाल
Prabhat Khabar Online Medical Counseling: प्रभात खबर ऑनलाइन मेडिकल काउंसेलिंग में शहर के प्रसिद्ध किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ मिहिर कुमार ने लोगों को अहम सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि जीवनशैली और आहार में बदलाव लाकर किडनी रोग से बचाव संभव है. डायबिटीज (मधुमेह) किडनी रोग का एक प्रमुख कारण है. डायबिटीज किडनी को तेजी से नुकसान पहुंचा सकता है. शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए सही आहार लें.
By Guru Swarup Mishra | July 11, 2025 9:40 PM
Prabhat Khabar Online Medical Counseling: धनबाद-किडनी रोग से बचाव के लिए जीवनशैली में सुधार, सही आहार और नियमित स्वास्थ्य जांच बेहद जरूरी है. ज्यादा नमक खाने से रक्तचाप बढ़ सकता है, जो किडनी के लिए हानिकारक है. अत्यधिक प्रोटीन का सेवन किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है. मांसाहारी आहार से बचें और सब्जियां, फल और साबुत अनाज अधिक खायें. किडनी को अच्छे से काम करने के लिए दिन में 2-3 लीटर पानी पीने की आदत डालें, खासकर अगर आप ज्यादा व्यायाम करते हैं या गर्मी के मौसम में रहते हैं. पोटैशियम और फास्फोरस का अत्यधिक सेवन किडनी के रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है. इन तत्वों की मात्रा को नियंत्रित रखें. उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) किडनी के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है. अगर रक्तचाप लगातार उच्च रहता है, तो यह किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके अलावा डायबिटीज (मधुमेह) किडनी रोग के लिए एक प्रमुख कारण है. डायबिटीज किडनी को तेजी से नुकसान पहुंचा सकता है. शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए सही आहार लें. फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं, और नियमित शारीरिक गतिविधि करें. यह सुझाव शुक्रवार को प्रभात खबर ऑनलाइन मेडिकल काउंसेलिंग में शहर के प्रसिद्ध किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ मिहिर कुमार ने दिया.
बार-बार पेशाब लगना क्या इशारा करता है?
हीरापुर से सुरेंद्र नारायण ने पूछा : बार-बार यूरिन की समस्या होती है. क्या यह किडनी खराब होने का संकेत तो नहीं? डॉक्टर : बार-बार पेशाब लगना प्रोस्टेट की समस्या की ओर संकेत कर रहा है. इसका पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड कराना जरूरी है. यूएसजी कराने के बाद यूरोलॉजी के चिकित्सक से संपर्क करें. कोयलांचल सिटी से रजनीश कुमार ने पूछा : किडनी की बीमारी है या नहीं कैसे पता लगाएं? डॉक्टर : किडनी बीमारी के पांच स्टेज होते हैं. पहले दो स्टेज में इस बीमारी से जुड़ा कोई भी लक्षण नहीं दिखता. ऐसे में जरूरी है कि समय-समय पर किडनी की बीमारी का पता लगाने के लिए जांच करायें. सीरम क्रिएटिनिन की जांच कराने से किडनी रोग के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है. शुरुआती स्टेज में बीमारी का पता लगाने से बचाव संभव है. गिरिडीह से अनिल कुमार ने पूछा : किडनी में 2.5 एमएम की पथरी है. कुछ दिनों से लगातार दर्द महसूस होता है? डॉक्टर : किडनी में कहां पर पथरी है, पहले इसकी जानकारी होना आवश्यक है. आम तौर पर 2.5 एमएम की पथरी होने से दर्द नहीं होता है. अगर दर्द होता है, तो शायद पथरी का कुछ अंश यूरिन की नली में पहुंच गया है. इसके लिए सीटी स्कैन कराना आवश्यक है. जांच कराने के बाद चिकित्सक से परामर्श करें. देवघर से राघवेंद्र राणा ने पूछा : दायीं ओर किडनी में स्टोन का ऑपरेशन कराया था. फिर से 14.2 एमएम की पथरी होने की जानकारी मिली है? डॉक्टर : किडनी में पथरी का साइज बड़ा है. इसे ऑपरेशन के जरिए ही निकाला जा सकता है. कुछ उपाय से इसे बढ़ने से रोका जा सकता है. फिलहाल रोजाना कम से कम चार लीटर पानी पीयें. खाने में नमक का इस्तेमाल कम से कम करें. प्रयास करें कि प्रोटिन डायट से बचें. खासकर नॉनवेज से पूरी तरह से परहेज करें. चंदनकियारी से राजेश सिंह देव ने पूछा : क्रिएटिनिन लेवल बढ़ा हुआ है. क्या करें? डॉक्टर : क्रिएटिनिन लेवल बढ़ने का मतलब किडनी की समस्या हो सकती है. किडनी संबंधित बीमारी का पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड करायें. इससे बीमारी के बारे में स्पष्ट पता लगाना आसान होगा. जांच के बाद किडनी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लें.
किडनी रोग से बचाव के लिए क्या करें?
चिरकुंडा से प्रदीप अग्रवाल ने पूछा : 25 वर्षों से मधुमेह से ग्रसित है. किडनी रोग से बचाव के लिए क्या उपाय कर सकते हैं? डॉक्टर : सबसे पहले तो डायबिटीज को हमेशा कंट्रोल में रखें. किडनी की बीमारी का पता लगाने के लिए यूरिन इसीआर व सीरम क्रिएटिनिन का जांच करायें. इससे किडनी रोग है अथवा नहीं, इसकी जानकारी मिल जायेगी. जरूरत अनुसार चिकित्सक से परामर्श लें. गोमिया से प्रशांत सिन्हा ने पूछा : किडनी रोग का कैसे पता लगायें और बचाव के लिए क्या उपाय करें? डॉक्टर : किडनी रोग उनको होने की संभावना ज्यादा होती है, इसे डायबिटीज, बीपी हो. इसके अलावा पेशाब में समस्या आना किडनी रोग की ओर इशारा करता है. फैमिली बैकग्राउंड से भी इस रोग के होने की संभावना रहती है. बीमारी का पता लगाने के लिए सीरम क्रिएटिनिन व यूरिन इसीआर की जांच करायें. तंबाकू, खैनी, गुटखा का सेवन न करें. खाने में बैलेंस डायट लें. इससे किडनी रोग से बचाव संभव है. गोमिया से कुलदीप कुमार ने पूछा : नहाने के वक्त यूरिन पास हो जाता है. क्या यह किडनी रोग से संबंधित लक्षण हैं? डॉक्टर : नहीं यह किडनी रोग की ओर इशारा नहीं करता है. इस लक्षण के अलावा अगर आपको पेशाब संबंधित अन्य समस्याएं है, तो चिकित्सक से परामर्श ले सकते हैं. धनबाद से दिलीप रवानी ने पूछा : किस उम्र में किडनी रोग होने की आशंका अधिक रहती है? डॉक्टर : किडनी रोग होने की कोई उम्र निर्धारित नहीं है. गलत खान पान, अनियमित जीवनशैली, तंबाकू व अन्य नशीले उत्पाद के सेवन के कारण लोग तेजी से इस बीमारी का शिकार बन रहे है. जीवनशैली में सुधार कर इस बीमारी से कुछ हद तक बचाव संभव है. खाने में नमक का कम से कम इस्तेमाल करें. प्रोटिन युक्त भोजन का इस्तेमाल कम करें. समय-समय पर यूरिन क्रिएटिनिन का जांच करायें.
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