पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या मामले में नीरज सिंह का आवास रघुकुल सरायढेला थाना का आउटपोस्ट बन गया था. पुलिस का पूरा अनुसंधान रघुकुल में बैठकर ही किया गया. वहीं गवाहों की भी खोज हुआ करती थी. विभिन्न गवाहों के बयान का हवाला देते हुए पूर्व विधायक संजीव सिंह की ओर से बहस करते हुए सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एमए नियाजी, मो जावेद, आलोक कुमार तथा अरुण कनवा ने अदालत को बताया कि अनुसंधानकर्ता द्वारा जितने लोगों का बयान लिया गया है, उनमें से अधिकतर लोगों का रघुकुल के अंदर ही बयान दर्ज किया गया है. अनुसंधानकर्ता ने अपने बयान में बताया है कि घटना के बाद 23 मार्च को अभिषेक सिंह तथा एकलव्य सिंह का रघुकुल में बयान दर्ज किया गया तथा अन्य गवाहों को खोज पर कोई नहीं मिला. 24 मार्च को फिर अनुसंधानकर्ता रघुकुल गवाहों को खोजने गया. जहां उसे आदित्य राज, राजू सिंह तथा जब्ती सूची का एक गवाह मिला. अन्य गवाहों को खोजने पर नहीं मिला. 15 अप्रैल को रघुकुल में ही अनिल सिंह व निखिलेश सिंह उर्फ गुड्डू सिंह तथा राकेश कुमार मिले. इसे पुलिस ने बयान दर्ज किया. छह जून को सरोजनी देवी, पूर्णिमा सिंह, बच्चा सिंह का बयान रघुकुल में दर्ज किया गया.
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