हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य रक्तदान करने वालों को प्रेरित करना और इस महादान के लिए उनका हौसला बढ़ाना है. गत तीन-चार वर्षों से रक्तदान के प्रति लोगों का रुझान घटा है. यही वजह है कि ब्लड बैंक में रक्त की कमी होने लगी है. जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) का ब्लड बैंक भी रक्त की कमी से जूझ रहा है. वर्तमान में ब्लड बैंक में सीमित ग्रुप के कुछ यूनिट रक्त ही उपलब्ध हैं. कई बार थैलेसीमिया पीड़ित मरीजों को भी रक्त नहीं मिल पाता है. जबकि, इस अस्पताल के ब्लड बैंक से हर दिन औसतन 50 से ज्यादा मरीजों की रक्त की जरूरतों को पूरा किया जाता है. ब्लड बैंक के अधिकारियों के अनुसार कुछ वर्ष पहले तक इस ब्लड बैंक में कभी-कभार ही रक्त की कमी होती थी. नियमित रूप से शहर के विभिन्न संगठनों द्वारा लगाये गये शिविर में लोग बढ़ चढ़कर रक्तदान करते थे. कुछ लोग खुद आगे आकर रक्तदान करते थे.
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