अभिभावक ने बच्चियों को पानी कराया उपलब्ध
लापरवाही का आलम है कि सोमवार की सुबह से वार्डन छात्रावास में नहीं है. हालांकि, कई ऐसे अभिभावक हैं जो स्कूल के आसपास रहते हैं. उन्हें जब बच्चियों ने फोन कर सूचना दी, तो वह आकर अपनी बच्चियों को पानी उपलब्ध कराया, पर उसकी संख्या दो- चार ही थी.
पानी की शिकायत करने पर छात्राओं को रूम में किया बंद
मामले की जानकारी पाकर शिकारीपाड़ा के बीडीओ संतोष कुमार चौधरी कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे और उन्होंने छात्रों से उनकी समस्या जाना. छात्राओं ने बताया कि शुक्रवार की रात से हमें पानी नहीं मिल पा रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि एक छात्रा ने यह शिकायत की कि जब हमने पानी के लिए आवाज उठाया, तो गार्ड दीदी ने मुझे और कुछ अन्य छात्राओं को एक रूम में काफी देर तक बंद रखा.
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वार्डन से शिकायत, पर नहीं निकला समाधान
स्कूल के शिक्षक और अन्य स्टाफ ने भी वार्डन स्टेनशिला सोरेन की शिकायत की.उन्होंने कहा कि वह हमारी भी एक बात नहीं सुनती. जांच में बीडीओ संतोष कुमार चौधरी को यह जानकारी प्राप्त हुई कि इस विद्यालय में सिर्फ दो लोगों की ही बात चलती है. एक विद्यालय के क्लर्क ओमप्रकाश और दूसरा वार्डन स्टेनशिला सोरेन की.