रानीश्वर. जिले के रानीश्वर प्रखंड अंतर्गत महेषबाथान गांव में धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक समरसता का अनुपम संगम देखने को मिला. यहां दुर्गा मंदिर परिसर में नवनिर्मित बजरंगबली मंदिर एवं मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर एक दिव्य और भावनात्मक संगीतमय रामायण का आयोजन किया गया. इस विशेष प्रस्तुति की खास बात यह रही कि इसे दृष्टिहीन कलाकारों की एक समर्पित टीम ने प्रस्तुत किया. मुख्य गायक के रूप में दृष्टिहीन कलाकार ने श्रीरामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों को भावपूर्ण गीतों और संवादों के माध्यम से जीवंत कर दिया. उनके साथ तबला वादन में कांचन बनर्जी तथा केशियो (तालवाद्य) वादन में मृत्युंजय घोष ने संगति दी, जो स्वयं भी दृष्टिहीन है. इनके साथ सहयोगी कलाकार काजल अधिकारी और अभिमन्यु घोष भी इस प्रस्तुति में शामिल थे, जिन्होंने संगीत के माध्यम से रामायण कथा को और भी अधिक प्रभावशाली बनाया. पूरे आयोजन के दौरान उपस्थित श्रद्धालु भाव-विभोर होकर कथा और भक्ति संगीत में लीन रहे. राम जन्म, वनवास, सीता हरण, राम-रावण युद्ध जैसे प्रसंगों को संगीतमय अंदाज में सुनकर श्रोताओं की आंखें नम हो गयी थी.
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