संवाददाता, दुमका. खान सुरक्षा निदेशालय सेंट्रल जोन धनबाद द्वारा दुमका के शिकारीपाड़ा, गोपीकांदर व काठीकुंड में पत्थर खदानों का संचालित करनेवाले लीजधारकों व खनन कारोबारियों के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया. जिला खनन कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य खनन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की जानकारी देना और दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश साझा करना था. इस अभियान में दुमका जिले के विभिन्न क्षेत्रों से दर्जनों लीजधारकों ने भाग लिया. खान सुरक्षा निदेशालय से आये अधिकारियों ने खनन प्रक्रिया के दौरान अपनायी जाने वाली मानक सुरक्षा प्रक्रियाओं, माइनिंग एक्ट के अनुपालन, उपकरणों की नियमित जांच और श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया. अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षित खनन केवल कानूनी आवश्यकता नहीं, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व भी है. मौके पर मौजूद लीजधारकों ने भी अपने अनुभव साझा किए और इस तरह के कार्यक्रमों को नियमित कराने की मांग की. कार्यक्रम में उपस्थित खान सुरक्षा निदेशालय के निदेशक के माधव राव ने सुरक्षा मानकों को लेकर संवेदनशील रहने पर बल दिया. वहीं उप निदेशक मिथिलेश कुमार ने खदानों में खनन गतिविधि से जुड़ी तकनीकी जानकारियां साझा कीं. मौके पर माइनिंग इंस्पेक्टर गौरव सिंह व ब्रह्मदेव यादव, पत्थर व्यवसायी माणिक चंद माहेश्वरी, कौशल किशोर सिंह, विनोद भगत, पीडी झा, मनोज साह, नीरज कोठरीवाल आदि मौजूद थे.
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