बासुकिनाथ. नगर पंचायत बासुकिनाथ अन्तर्गत जरमुंडी बाजार स्थित जलमीनार से कभी सप्ताह में तो कभी 15 दिनों बाद जलापूर्ति की जाती है. गर्मी के दिनों में पेयजल संकट को देखते हुए ग्रामीणों ने प्रतिदिन जलापूर्ति करने की मांग की है. नियमित जलापूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. वार्ड संख्या एक से लेकर वार्ड संख्या पांच तक के करीब साढ़े नौ हजार ग्रामीणों को सप्लाई का पानी नहीं मिल रहा है. पानी की किल्लत के कारण लोग परेशान हैं. जार का पानी खरीदकर पीने को विवश हैं. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की लापरवाही से आए दिनों जरमुंडी के नागरिकों को जलापूर्ति की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है. ग्रामीण राजेश कुमार, रानी देवी, दिलीप साह, अक्षय कुमार आदि ने बताया कि पानी शुल्क वसूली नगर पंचायत द्वारा किया जाता है. बावजूद क्षेत्र में पानी की सप्लाई नहीं होने पर नपं के अधिकारी व कर्मी को इससे कोई मतलब नहीं रहता है. संवेदक एजेंसी अन्ना कारपोरेशन को जलापूर्ति का कार्यभार विभाग द्वारा सौंपा गया है, लेकिन संवेदक की लापरवाही बदस्तूर जारी है. ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारी व पूर्व वार्ड पार्षद से कई बार पेयजल समस्या दूर करने की शिकायत की गयी. बावजूद इस दिशा में अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है. विभाग द्वारा संबंधित एजेंसी के कार्यों की ठीक से मॉनिटरिंग नहीं किए जाने से एजेंसी द्वारा निरंतर लापरवाही बरती जा रही है. इससे स्थानीय नागरिकों को जलापूर्ति की समस्या से जूझना पड़ रहा है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता पीबी कच्छप ने बताया कि नदी से पानी कम आया है. नदी में बने कुएं के समीप से बालू के लगातार उठाव से जलस्रोत नीचे चले गया है, जिससे पानी सप्लाई में परेशानी हो रही है.
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