बासुकिनाथ. झारखंड सरकार द्वारा अबुआ आवास योजना के तहत गरीब लोगों को तीन कमरों का पक्के का मकान बनाकर दिया जाता है. इस योजना को सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के रूप में देखा जाता है. लेकिन जरमुंडी प्रखंड में इस योजना को लेकर लाभुकों द्वारा गबन और उगाही का आरोप लगाया गया है. जरमुंडी प्रखंड के चोरखेदा पंचायत के ग्रामीणों ने डीडीसी से ऑनलाइन शिकायत कर मुखिया पर अबुआ आवास निर्माण में लाभ देने के लिए पैसा मांगने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वैसे लोगों को अबुआ आवास योजना का लाभ मिल रहा है जो इसकी श्रेणी में नहीं आते हैं और जिन लोगों को इसकी आवश्यकता है वह अभी तक इस योजना से वंचित हैं. इस पर बीडीओ कुंदन भगत ने डीडीसी के निर्देश पर मुखिया नरेश कोल से स्पष्टीकरण मांगा है. चोरखेदा पंचायत के ग्रामीणों द्वारा 26 मार्च को अबुआ आवास योजनान्तर्गत मुखिया द्वारा राशि की अनैतिक रूप से मांग किये जाने पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज की गयी थी. पंचायत अन्तर्गत बैजनडीह गांव के लाभुक प्रियंका देवी ने मुखिया द्वारा फाइनल लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए 10 हजार रुपये की मांग करने का आरोप लगाया. इसी गांव की संध्या देवी ने मुखिया पर नाम जोड़ने के लिए 3 हजार रुपये की मांग करने व आवेदन रिजेक्ट करने की धमकी देने का आरोप लगाया है. वहीं डुमरिया गांव के सोनामुनी सोरेन ने मुखिया पर आवास योजना के लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए 5 हजार रुपये की मांग करने का गंभीर आरोप लगाया है. बीडीओ ने मुखिया को निर्देश देते हुए कहा है कि पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण जबाब दें अन्यथा इस कृत्य को गंभीरतापूर्वक लेते हुए मुखिया के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने हेतु वरीय अधिकारी को लिखे जाने की बात कही है. ज्ञात हो कि 15वीं वित्त योजनान्तर्गत प्रखंड के विभिन्न पंचायत में योजनाओं के निष्पादन के लिए योजना में लाभ देने के लिए व्यापक अनियमितता बरतने की शिकायत मिली है, जो जांच का विषय है.
संबंधित खबर
और खबरें