रामगढ़. हूल दिवस के अवसर पर जामा विधायक डॉ लुईस मरांडी ने रामगढ़ प्रखंड के विभिन्न गांवों में स्थापित हूल के नायक अमर शहीद सिदो-कान्हो की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया. इस दौरान झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने ढोलपाथर, हथियापहाड़ी, कुशमाहा, रामगढ़ और सरौता में स्थापित संताल हूल के महानायक सिदो-कान्हो की प्रतिमा स्थलों पर पहुंचकर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. रामगढ़ मंगल हाट में उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ यह पहला आंदोलन लगभग नौ महीने तक चला था, जिसमें सिदो-कान्हू, चांद-भैरव तथा फुलो और झानो ने अपने प्राणों की आहुति दी थी. ये सभी सगे भाई-बहन थे. देश को अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए छह सगे भाई-बहनों का आत्मबलिदान शायद विश्व का एकमात्र उदाहरण है. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रणेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के गंभीर रूप से अस्वस्थ रहने के कारण इस वर्ष हूल दिवस पर विशेष कार्यक्रम नहीं किया जा रहा है. उन्होंने गुरुजी शिबू सोरेन के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि सिदो-कान्हो की तरह ही गुरुजी ने भी महाजनों के खिलाफ आंदोलन किया और झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि गुरुजी भी सिदो-कान्हू की परंपरा के ही क्रांतिकारी हैं. उन्होंने कहा कि आज झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में बेहतर काम कर रही है. उन्होंने उपस्थित लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि अब हर सप्ताह में मंगलवार और शनिवार को प्रखंड कार्यालय में जनता दरबार का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर पदाधिकारी आपकी बात नहीं सुनते हैं तो आप सीधे मुझे फोन कर सकते हैं. हूल दिवस के मौके पर विभिन्न संगठनों द्वारा ढोल, टमाक और मांदर के साथ पैदल और बाइक रैली भी निकाली गई. इस दौरान झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य शिवलाल मरांडी, प्रखंड झामुमो अध्यक्ष सह प्रमुख बाबुलाल मुर्मू, सचिव नन्दलाल राउत, वरिष्ठ नेता छोटेलाल मंडल, मदन मंडल, चन्द्र शेखर सोरेन आदि थे.
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