Photos: दुमका में मयूराक्षी नदी पर झारखंड का सबसे लंबा पुल बनकर तैयार, सैलानियों को कर रहा आकर्षित

झारखंड का सबसे लंबा पुल दुमका में मयूराक्षी नदी पर बनकर तैयार हो गया है. 2340 मीटर लंबी इस पुल के निर्माण में 198 करोड़ से अधिक की राशि लगी है. यह पुल यह दुमका सदर प्रखंड के कुमड़ाबाद को मसलिया के मकरमपुर को जोड़ते हुए सिंगरी-हरको पथ से कनेक्ट कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2023 10:04 PM
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दुमका, आनंद जायसवाल : दुमका में मयूराक्षी नदी पर झारखंड का सबसे लंबा पुल बनकर तैयार हो गया है. शहर से सटे दुमका एयरपोर्ट-चकलता पथ पर मुड़ाबहाल से आगे कुमड़ाबाद में इस पुल का एक छोर है, तो दूसरा मसलिया के मकरमपुर में. यानी यह पुल दुमका सदर प्रखंड के कुमड़ाबाद को मसलिया के मकरमपुर को जोड़ते हुए सिंगरी-हरको पथ से कनेक्ट कर रही है.

करीब 15 किलोमीटर नजदीक आयी दुमका शहर की आबादी

इस उच्चस्तरीय पुल के बन जाने से जिले की एक बड़ी आबादी दुमका शहर के 14-15 किलोमीटर नजदीक आ गयी है. पुल बनने से पहले मकरमपुर से दुमका जिला मुख्यालय की दूरी 30 किलोमीटर से भी अधिक थी.

पुल बन जाने से मकरमपुर से कुमड़ाबाद होते हुए दुमका पहुंच रहे लोग

दुमका शहर आने के लिए मसलिया प्रखंड के कोलारकोंदा पंचायत के मकरमपुर समेत दर्जनों गांव के ग्रामीणों को काफी घुमकर दुमका आना पड़ता था] पर पुल बन जाने से ऐसे लोग सीधे मकरमपुर से कुमड़ाबाद होते हुए दुमका पहुंच पा रहे हैं. यह दूरी मात्र 15 किलोमीटर की ही है.

सैलानियों को आकर्षित कर रहा

पहुंच पथ सहित 2.800 किलोमीटर लंबे इस पुल की चौड़ाई 16 मीटर हैं. हालांकि] बीच में सात स्पैन के बीच पुल को 30 मीटर चौड़ा किया गया है. जो सेल्फी प्वाइंट से लेकर पार्किंग जोन भी साबित होगा. बनते के साथ ही यह पुल सैलानियों को भी आकर्षित कर रहा है. इस पुल के निर्माण में लगभग 198.11 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.

मसानजोर डैम बनने के बाद कट गये थे कई गांव

मकरमपुर सहित कई गांव ऐसे हैं, जो पहले दुमका शहर से सटे थे. यानी नदी आवागमन में बाधक नहीं थी. मसानजोर डैम बनने के बाद बीच का इलाका डूब गया, तो मकरमपुर की आधी आबादी डैम के डूबक्षेत्र के उस पार रह गयी थी. एक तरह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. अब पुल बन जाने से ऐसे मसानजोर विस्थापित अब अपने सगे-संबंधियों से मिलने आने-जाने में परेशान नहीं होंगे. नौका से जाने की या घुमावदार रास्ते से जाने की जरूरत नहीं रहेगी. कॉलेज आने-जाने में युवाओं को सहुलियत होगी, तो व्यापार-रोजी-रोजगार भी समृद्ध होगा.

एक नजर में देखें झारखंड का सबसे लंबा पुल की स्थित

नदी का नाम : मयूराक्षी

पुल की कुल लंबाई : 2340 मीटर

एप्रोच सहित लंबाई : 2800 मीटर

चौड़ाई : 45 स्पैन में 16 मीटर और 7 स्पैन में 30 मीटर

स्पैन की संख्या : 52

पियर्स की संख्या : 51

कार्य आरंभ : 12.02.2018

कार्य समाप्ति : 31.03.2023

लागत : 198.11 करोड़

बनवाने वाला विभाग : स्टेट हाइवे ऑथोरिटी ऑफ झारखंड (शाज)

संवेदक कंपनी : राजवीर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड.

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