दुमका. झारखंड आफिशर्स टीचर्स एंड इंपलाइज फेडरेशन (झारोटेफ) दुमका ने प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर जनसमर्थन रैली के तहत जामा विधायक डाॅ लुईस मरांडी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. बताया कि झारखंड के शिक्षक सभी सरकारी कर्मचारियों में से एक ऐसा संवर्ग है, जिसे एमएसीपी का लाभ प्राप्त नहीं है, जबकि अन्य सभी राज्य कर्मियों को इसका लाभ प्राप्त है. पहले 10 साल पर और द्वितीय 20 साल पर और तृतीय 30 साल पर कालबद्ध वेतन वृद्धि देय होता है. झारखंड में ही कल्याण विभाग के अंतर्गत नियुक्त शिक्षकों को 10, 20 और 30 साल पर कालबद्ध वेतन वृद्धि देय होता है. लेकिन झारखंड सरकार द्वारा नियुक्त प्राथमिक से लेकर पीजीटी शिक्षक शिक्षकों को पदोन्नति सप्तम वेतन आयोग के अनुसार देय नहीं है. शिक्षकों ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के चुनावी मेनिफेस्टो में स्पष्ट जिक्र था कि अगर झामुमो सत्ता में आती है तो सरकारी शिक्षकों को एमएसीपी का लाभ अवश्य दिया जायेगा. सेवानिवृत्त की उम्र 62 साल और शिशु शिक्षण भत्ता जो केंद्र सहित अन्य सभी राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों को देय है. मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराने का आग्रह किया है. अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह व शिवाकांत त्रिपाठी ने नेतृत्व किया. मौके पर प्रांतीय प्रतिनिधि के तौर पर काशीनाथ महतो और निवास रजक ने विधायक को आश्वस्त किया कि हम सबको पेंशन इसी सरकार ने दिया है और यह मांग भी इसी सरकार से हमें लेनी है. मौके पर बुलबुल कुमार, महेंद्र राजहंस, विक्रम कुमार, सहदेव विश्वकर्मा,सौरभ कुमार, उज्जवल कुमार साह, मिथिलेश विश्वकर्मा, मणिकांत यादव, शैलेन्द्र पासवान, जुल्कर अंसारी, मश्गूल अंसारी, महेंद्र मंडल, विनोद सोरेन, राधेश्याम पंडित, चमन करमाली, नरेंद्रनाथ हांसदा, रॉबिंसन हांसदा, शिरीष पाण्डेय, अमन कुमार मौजूद थे.
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