रानीश्वर. आदिवासी अधिकार मोर्चा सह आदिवासी मूलवासी विकास मोर्चा के बैनर तले शिकारीपाड़ा से संतालकाटा पोखर दिगुली तक बुधवार को हाबिल मुर्मू के नेतृत्व में पदयात्रा निकाली गयी. हाबिल ने कहा कि एशिया महादेश की प्रथम जनक्रांति 1855 का प्रसिद्ध संताल हूल की 170वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में इस बार भी पदयात्रा कार्यक्रम संपन्न हुआ. पदयात्रा में प्रबुद्ध नागरिक, युवा, समाजसेवी आदि ने आवाज बुलंद की. पदयात्रा में शामिल लोगों ने संताल हूल 1855 की ऐतिहासिक जानकारी का आदान-प्रदान किया तथा हूल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम के जरिये संतालकाटा पोखर के गुमनाम वीर शहीदों को चिह्नित करने और राजकीय सम्मान दिलाए जाने, एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करने, सामाजिक एकता और विकास को बढ़ावा देने, शिकारीपाड़ा, धानभाषा व सालतोला में सिदो-कान्हू की प्रतिमा का सौंदर्यीकरण कराए जाने को लेकर आवाज बुलंद की. पदयात्रा में मोतीलाल मुर्मू, संतोष हेम्ब्रम, सिमोन सोरेन, संजय सिंकु हांसदा, बुदीराम सोरेन, मानवेल मुर्मू आदि शामिल थे.
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