प्रतिनिधि, दुमका नगर एआइसीसीटीयू से संबद्ध राज्य विद्यालय रसोइया संघ जिला कमेटी दुमका के बैनर तले कमेटी सदस्य दुलाड़ टुडू की नेतृत्व में पुराना समाहरणालय दुमका परिसर में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान रसोइया कर्मी का रिटायरमेंट उम्र सीमा को 65 साल करने, प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में मानदेय भुगतान करने की गारंटी देने, तामिलनाडु की तर्ज पर 400 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान करने, मजदूर विरोधी चार लेबर कोड को रद्द करने, वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत 300 रसोइया कर्मी को साल भर से मानदेय का भुगतान नहीं मिलने के कारण दुमका जिला शिक्षा अधीक्षक, आशीष कुमार हेंब्रम से जवाब की मांग की गयी. रसोइया का लंबित बकाया मानदेय अविलंब भुगतान करने की मांग की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता दुलाड़ टुडू व संचालन सावित्री टुडू ने की. प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला महासचिव सह राज्य उपाध्यक्ष भुंडा बास्की ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों में कार्यरत लगभग 300 रसोइया बहनों को साल भर से मानदेय का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है, जो बहुत ही दुख बात है. धरना प्रदर्शन के माध्यम से हम मांग करते हैं कि जल्द 300 रसोइया का बकाया मानदेय एक मुश्त में भुगतान किया जाये. धरना के बाद पांच सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम जिला शिक्षा अधीक्षक दुमका के माध्यम से 15 सूत्री मांग-पत्र सौंपा गया. मौके पर संघ के बालेश्वरी सोरेन, एमेली मुर्मू, फूल कुमारी सोरेन, उर्मिला देवी, गंगो मांझी, ललिता रानी, लीलमुनी हांसदा, मार्शिला सोरेन, मकलू मरांडी, पलटन हांसदा, बैकुंठ शर्मा, चंडीचरण महतो आदि मौजूद थे.
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