बाल श्रम निषेध को लेकर शहरी क्षेत्र में चलाया गया अभियान संवाददाता, दुमका श्रम अधीक्षक सह सहायक निदेशक जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग सुचिता किरण भगत के नेतृत्व में गठित धावा दल ने बस पड़ाव, दुधानी, टाटा शोरूम, मारवाड़ी चौक, फूलो झानो चौक, रसिकपुर, रेलवे स्टेशन में स्थित होटल, गैरेजों व विभिन्न प्रतिष्ठानों में बाल श्रम के विरुद्ध सघन अभियान चलाया गया. सुश्री भगत ने बताया कि गठित धावा दल के द्वारा चार बालकों का रेस्क्यू किया गया है. सभी बालक नियोक्ता द्वारा बाल श्रम कराते हुए पाये गये. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र ने बताया कि मुक्त कराये गये सभी बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया है. मुक्त कराये गये सभी बालकों का जिला प्रशासन के द्वारा पुनर्वासन कराया जायेगा. बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ राजकुमार उपाध्याय ने कहा कि बाल श्रम से मुक्त कराये गये प्रस्तुत बालकों को किशोर न्याय (बालकों की देखरेख व संरक्षण) अधिनियम 2015 के तहत बाल श्रम की श्रेणी में सीएनसीपी घोषित कर बालक के सर्वाेतम हित में अग्रेत्तर कार्रवाई प्रारंभ कर दिया गया है. अभियान में बाल संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय स्वैच्छिक स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी जिला प्रशासन को आवश्यक सहयोग प्रदान किया. रेस्क्यू टीम में श्रम अधीक्षक सुचिता किरण भगत, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी गीता कुमारी, मो ताज, संतोष कुमार, बाल संरक्षण कार्यालय से अब्दुल गफ्फार, जुल्फिकार अंसारी, चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक मो शमीम अंसारी, मो इब्नुल हसन, निक्कू कुमार साह, निशा कुमारी, पवन कुमार मंडल, नीति आयोग के डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट एसोसिएट अमलेश कुमार, ग्राम ज्योति से मुकेश कुमार दुबे, सनातन मुर्मू, पवन कुमार यादव, ग्राम साथी से देवानंद कुमार, तारा प्रसाद व लोक कल्याण सेवा केंद्र से अनिल कुमार साह मौजूद थे.
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