गोपीकांदर थाना क्षेत्र के मुसना गांव के मोहली टोला की घटना बंद पड़े खदान से शव निकालने के लिए आयेगी एनडीआरफ टीम प्रतिनिधि, गोपीकांदर गोपीकांदर थाना क्षेत्र के मुसना गांव के मोहली टोला में स्थित बंद पड़े पत्थर खदान में 15 वर्षीय किशोरी की हत्या मामले में दो नाबालिग लड़कों को निरुद्ध करते हुए संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है. थाना प्रभारी सुमित कुमार भगत ने बताया कि रविवार को दो नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी थी. दोनों ने हत्या की बात स्वीकार की है. सोमवार को दोनों नाबालिगों को संप्रेक्षण गृह भेज दिया है. शव की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. मंगलवार को टीम आकर बंद खदान में शव की तलाश करेगी. याद हो कि मुसना के मोहली टोला के बंद पड़े पत्थर खदान में किशोरी की हत्या कर गहरे पानी में फेंकने की मामला सामने आया था. घटना की जानकारी मिलते ही गोपीकांदर पुलिस हरकत में आई और दल बल के साथ पत्थर खदान पहुंची. घटना की जानकारी मिलने के बाद भारी संख्या में ग्रामीण भी खदान पहुंच गये. क्षेत्र में भी सनसनी फैल गयी. गोपीकांदर पुलिस बंद खदान के पानी में घंटों तक शव को ढूंढती रही. पर शव कहीं नहीं मिला. इस मामले में पुलिस ने दो नाबालिगों को हिरासत में लिया था. खदान का पानी काफी गहरी होने के कारण शव का पता नहीं चल पाया था. जानकारी के मुताबिक किशोरी की गुमशुदगी की लिखित सूचना गोपीकांदर थाने को एक महीने पूर्व दी गयी थी. किशोरी गोपीकांदर थाना क्षेत्र के पर्वतपुर गांव की रहनेवाली थी. बताया जाता है कि किशोरी और पाकुड़िया थाना क्षेत्र के पातपहाड़ी गांव के एक किशोर दो वर्षों से साथ में रह थे. जनवरी 2025 से युवक का सुगापहाड़ी गांव की किसी दूसरी लड़की से परिचय हो गया. ऐसे में वह पहली किशोरी को छोड़कर दूसरी के साथ रहने लगा था. बताया जाता है कि पर्वतपुर की किशोरी लड़के पर शादी करने के दबाव बनाना शुरू कर चुकी थी. इसी कारण उसे रास्ते से हटाने के लिए वह किशोरी की हत्या का साजिश रचा. अपने साथी की मदद ली. दोनों ने बाइक में साथ बैठकर खदान के पास पहुंचकर शव को पत्थर खदान में ठिकाने लगाया था. पुलिस सूत्रों की माने तो हिरासत में लिए लड़कों ने यह कबूल किया है कि उन्होंने किशोरी की हत्या की है. शव को पत्थर खदान में पत्थर बांधकर गहरी पानी में फेंक दिया है. घटना बीते 28 मार्च की बतायी जाती है.
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