रानीश्वर. दुमका के मसानजोर डैम का जलस्तर गुरुवार सुबह 392.90 फीट तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से सिर्फ 5 फीट नीचे है. दुमका और आसपास के क्षेत्र में भारी बारिश के कारण डैम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए डैम प्रबंधन ने तीन फ्लड गेट खोल दिए हैं, जिससे 8000 क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है. हालांकि, पानी निकासी के बावजूद जलस्तर में वृद्धि जारी है. डैम से पानी छोड़े जाने के कारण मयूराक्षी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. स्थानीय प्रशासन रानीश्वर क्षेत्र पर नजर रख रहा है. मसानजोर डैम से पानी छोड़े जाने और सिद्धेश्वरी, फटीक व बिलकी नदियों का पानी मयूराक्षी नदी में मिलने से नदी का जलस्तर बढ़ गया है.मंगलवार सुबह डैम का जलस्तर 385.10 फीट था. भारी बारिश के चलते बुधवार सुबह यह 5 फीट बढ़कर 390.10 फीट हो गया. गुरुवार सुबह जलस्तर 392.90 फीट तक पहुंच गया. डैम प्रबंधन जलस्तर को नियंत्रण में रखने के लिए सतर्क है और बुधवार से ही एक के बाद एक तीन गेट खोलकर पानी की निकासी कर रहा है. इसके साथ ही, डैम में जलस्तर बढ़ने के साथ ही पनबिजली केंद्र चालू कर दिया गया है. डैम में पनबिजली उत्पादन के लिए दो यूनिट हैं. हालांकि, तकनीकी खराबी के कारण यूनिट नंबर 1 से बिजली उत्पादन फिलहाल बंद है और मरम्मत कार्य जारी है, जबकि यूनिट नंबर 2 से बिजली उत्पादन जारी है. एक यूनिट से दो मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है, जिसके लिए 300 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है.
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