
बरसोल. बहरागोड़ा प्रखंड की सांड्रा पंचायत अंतर्गत धोडांगरी गांव में झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी का उत्पात जारी है. मंगलवार की रात हाथी ने गांव में लगभग दो बीघा लगे गरमा धान के बिचड़े को रौंदकर नष्ट कर दिया. इससे किसान पूरी तरह से हताश हो गये हैं. क्षेत्र में हाथी के लगातार उत्पात से लोग काफी परेशान हैं. बहरागोड़ा प्रखंड के पूर्वांचल इलाकों में गरमा धान की खेती करने वाले किसान जंगली हाथियों से परेशान हैं. मंगलवार की रात धोडांगरी में जंगली हाथी पहुंच गया. ग्रामीणों ने किसी तरह हाथी को गांव से खदेड़ा. हालांकि, हाथी गांव के पास जंगल में जमा है. क्यूआरटी के 10 मेंबर व ग्रामीणों ने मिलकर गांव से हाथी को खदेड़ने में लगे हैं. गांव में 110 परिवार निवास करते हैं. गांव की अधिकतर परिवार खेती पर निर्भर हैं. ज्ञात हो कि विगत तीन वर्षों से हाथियों के उत्पात से किसानों की कमर टूट गयी है. ज्ञात हो कि बहरागोड़ा में हाथियों के उत्पात से दर्जनों गांव प्रभावित हैं. कई गांव में लोग रातभर जगकर फसल की रक्षा कर रहे हैं. जंगल से सटे गांवों में शाम होते ही बच्चे व बुजुर्ग घरों से नहीं निकल रहे हैं. प्रत्येक साल किसानों को हाथियों के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ता है. यहां के किसानों के लिए जंगली हाथी किसी प्राकृतिक आपदा से कम नहीं है. ग्रामीणों की सूचना पर बुधवार की सुबह वन विभाग की टीम पहुंची.
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