श्री रामनवमी के अवसर पर गढ़वा शहर रातभर जय श्रीराम, जय हनुमान…के जयघोष से गूंज रहा था. शहर के सभी अखाड़ों ने एक से बढ़कर एक झांकी एवं रथ निकाले थे. इन्हें फूलों व लाइट से सजाया गया था, जो सबके लिए आकर्षण का केंद्र था. शहर के रंका मोड़ पर इस वर्ष भी श्रीरामनवमी पूजा महासमिति जेनरल की ओर से भव्य मंच बनाया गया था. यहां से सभी जुलूस व झांकियों का अवलोकन किया जा रहा था. मंच पर महासमिति के पदाधिकारियों सहित विशिष्ट अतिथि व वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी भी पहुंचे. महासमिति के पदाधिकारियों ने प्रशासनिक पदाधिकारियों व विशिष्ट लोगों को भगवा गमछा व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया. मंच के सामने से गुजरने के दौरान सभी अखाड़े व जुलूस के लोग कुछ देर रूककर अपनी कला का भी प्रदर्शन कर रहे थे. इस अवसर पर जुलूस व झांकियां देखने के लिए गढ़वा शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से भी काफी संख्या में लोग पहुंचे थे.
श्रीरामलला मंदिर में पहुंचकर हुआ समापनसभी जुलूस एवं झांकियां गाजे-बाजे एवं जयघोष के साथ मुख्य पथ से होते हुए श्रीरामलला मंदिर पहुंचे. वहां जुलूस का समारोहपूर्वक समापन किया गया. श्रीरामलला मंदिर में जुलूस, झांकी व रथों के स्वागत के लिए मंदिर समिति के लोग उपस्थित थे. बीच में मझिआंव मोड़ पर महावीर मंडल के सदस्यों ने भी सभी जुलूस एवं झांकियों का स्वागत किया. रामनवमी जुलूस को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा मुख्य पथ पर जगह-जगह स्टॉल लगाकर शरबत-पानी एवं मिष्टान की व्यवस्था की गयी थी. कई जगहों पर भंडारा भी चल रहा था. जुलूस देखने आये लोगों ने महाप्रसाद भी ग्रहण किया. जुलूस का समापन देर रात करीब दो बजे हुआ.
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