सीएचसी में फाइलेरिया की रोकथाम के लिए मोबिर्डिटी मैनेजमेंट एंड डिजेब्लिटी प्रिवेंशन (एमएमडीपी) किट का वितरण किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित मलेरिया जिला सलाहकार अरविंद द्विवेदी ने मरीजों के बीच एमएमडीपी किट प्रदान किया. जिसमें डिटॉल साबुन, एंटीसेप्टिक क्रीम, टब, मग व तौलिया सहित अन्य सामग्री दी गयी. ताकि बीमारी से पीड़ित मरीज फाइलेरिया ग्रसित अंगों की नियमित रूप से देखभाल कर सकें. मौके पर सलाहकार अरविंद द्विवेदी ने मरीजों को स्वयं की देखभाल के लिए आवश्यक प्रशिक्षण देते हुए बताया कि नियमित दवा के सेवन से तथा मिले उक्त किट के उपयोग से हांथी पांव से ग्रसित अंग की नियमित साफ-सफाई करके प्रभावित अंग में संक्रमण को रोका जा सकता है. उन्होंने बताया कि मॉनसून के दौरान किट जनित रोग मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनियां जैसी बीमारियों का संक्रमण बढ़ जाने की संभावना रहती है. इसकी ससमय प्रबंधन की तैयारी करना आवश्यक है. उन्होंने बताया कि इसके लिए सरकार के निर्देशानुसार 15 से 25 अप्रैल तक सभी गांवों में सहिया के माध्यम से बुखार पीड़ितों का सर्वे कर आरडीके से जांच की जा रही है. ताकि मलेरिया संक्रमण की सही स्थिति का पता लगाया जा सके. उपस्थित लोग : मौके पर अस्पताल के डॉ रंजन दास, आयुष डॉ अभिनीत विश्वास, प्रखंड लेखा प्रबंधक प्रदीप कुमार पाठक, विद्यानन्द प्रजापति, अनुप कुमार, सुनील पटेल, चन्द्रशेखर प्रसाद व आमोद कुमार उपस्थित थे.
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