क्षेत्रीय भाषाओं के लिए झामुमो ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
क्षेत्रीय भाषाओं के लिए झामुमो ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
By SANJAY | June 17, 2025 9:56 PM
गढ़वा.
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली-2025 को लेकर गढ़वा जिले में एक बार फिर से भाषायी असंतोष बढ़ रहा है. जिले के प्रमुख स्थानीय भाषाओं हिंदी, भोजपुरी और मगही को क्षेत्रीय भाषा के रूप में शामिल नहीं किये जाने से नाराजगी बढ़ती जा रही है. इसी क्रम में मंगलवार को जिले के जागरूक युवाओं एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोगो ने उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा. इसमें इन भाषाओं को शिक्षक पात्रता परीक्षा की क्षेत्रीय भाषा सूची में जोड़ने की मांग की गयी है. उल्लेख किया गया है कि गढ़वा जिले में भोजपुरी, मगही और हिंदी न सिर्फ जनमानस की संवाद भाषा है, बल्कि यह सामाजिक-सांस्कृतिक पहचान से भी जुड़ी है. इसके बावजूद झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा की नयी नियमावली में इन भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा के तौर पर शामिल नहीं किया गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. ज्ञापन में बताया गया है कि इस गंभीर मुद्दे को पहले भी पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर और भवनाथपुर विधायक आनंद प्रताप देव ने संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक मांग पत्र सौंपा था. अब इसी मांग को मजबूती देते हुए युवाओं ने प्रशासन से अपेक्षा की है कि वह शीघ्र प्रभाव से कार्रवाई करे.
उपस्थित लोग : मौके पर झामुमो पक्षकार सह केंद्रीय सदस्य धीरज दुबे, हरिओम यादव, अविनाश द्विवेदी, सौरभ सिंह, प्रियम सिंह, नवीन तिवारी, आर्यन सिंह, मयंक द्विवेदी, आकाश कुमार, रवि ठाकुर, अंकित कुमार, शैलेंद्र साह, अंजन सिंह, आनंद पांडेय व दीपक कुशवाह मौजूद थे.
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