भवनाथपुर प्रखंड के कैलान पंचायत के कोण मंडरा गांव के आदिवासी बाहुल्य खोह टोला में गर्मी आते ही लोग पानी की समस्या से जूझने लगते हैं. यहां पानी की गंभीर समस्या से पिछले कई वर्षो से लोग जूझ रहे हैं. खोह टोला में आदिवासी, वैश्य तथा प्रजापति समाज के करीब 300 लोग निवास करते हैं. इस भीषण गर्मी में पानी की गंभीर हालत से मनुष्य के साथ-साथ पशुओं के लिए भी जल की समस्या बनी रहती है. हालांकि इस टोला में करीब 22 चापानल हैं. इनमें से 17 खराब हैं. सिर्फ पांच चापानल ही अभी चालू हालत में है. इस पर सुबह चार बजते ही महिला एवं पुरुष की भीड़ उमड़ पड़ती है. लोग नंबर लगा कर पानी भरते हैं. ऊषा देवी, किसमतिया देवी, फुलकुमारी, हिरमतिया देवी, अरूण प्रजापति, रामदास उरांव, शिव रतन उरांव, अशोक साह, भरदुल प्रजापति व शंभू उरांव सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं. किसी भी जनप्रतिनिधि ने हमारी समस्या सुलझाने का काम नहीं किया. वोट के समय आते हैं. फिर जितने के बाद कोई सुध नहीं लेता. ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने जल समस्या को लेकर जनप्रतिनिधि व सरकारी अधिकारियों से गुहार लगायी है, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया है. खोह टोला में पंचायत के 14 वें वित्त से तथा कल्याण विभाग से करीब छह जलमीनार लगी है, लेकिन इनमें से चार लगने के कुछ दिन बाद से खराब है. तो किसी में पानी ही नहीं है. दो चापानल से पानी तो निकलता है पर कुछ देर चलने के बाद यह काम नहीं करता.
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