ये फसाना कहते-कहते रात ढल न जाये…

ये फसाना कहते-कहते रात ढल न जाये...

By SANJAY | April 14, 2025 10:04 PM
feature

गढ़वा.

शहर के विशुनपुर स्थित राग प्रांगण में रविवार की शाम संगीत संध्या का आयोजन किया गया. मनभावन मंच के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में कलाकारों एवं साहित्यकारों ने अपने संगीत व कविताओं के माध्यम से सबका भरपूर मनोरंजन किया. करीब दो घंटे तक चले इस कार्यक्रम में कलाकारों ने जहां भक्ति गीत से वातावरण को भक्तिमय बनाया, वहीं श्रृंगार रस की प्रस्तुति ने वातावरण को सुखद बना दिया. कार्यक्रम की शुरूआत सीएम एक्सेलेंस बालिका उवि की संगीत शिक्षिका सीमा कुमारी के सरस्वती वंदना से हुई. इसके बाद उन्होंने अपने भक्तिगीत से सबको मंत्रमुग्ध कर डाला. इसको आगे बढ़ाते हुए शिक्षिका कल्पना द्विवेदी ने श्रृंगार रस के साथ चैता व फगुआ गायन कर सबको खूब झुमाया. उनकी नइहर से कोई नहीं अइले हे रामा, बीतले फगुनुआ…की श्रोताओं ने खूब प्रशंसा की. महिला रचनाकार में पूनम श्री की गजल ये फसाना कहते-कहते रात ढल न जाये… सबको मंत्रमुग्ध कर डाला. प्रो नागेंद्र यादव ने श्रृंगार रस को और आगे बढ़ाते हुए धनिया गइले नइहरवा, बलम फफकी धरके रोये…की प्रस्तुति कर वातावरण को और रसमय बना डाला. इसी तरह युवा अधिवक्ता जयपूर्णा विश्वकर्मा व किरण कुमारी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं की खूब तालियां बटोरीं. सेवानिवृत शिक्षक रेयाज अहमद ने भी अपनी शेरो-शायरों से लोगों का मनोरंजन किया.
संबंधित खबर और खबरें

यहां गढ़वा न्यूज़ (Garhwa News) , गढ़वा हिंदी समाचार (Garhwa News in Hindi), ताज़ा गढ़वा समाचार (Latest Garhwa Samachar), गढ़वा पॉलिटिक्स न्यूज़ (Garhwa Politics News), गढ़वा एजुकेशन न्यूज़ (Garhwa Education News), गढ़वा मौसम न्यूज़ (Garhwa Weather News) और गढ़वा क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर.

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version