कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन द्वारा संचालित बाल मित्र गांवों में चार दिवसीय नशा विरोधी जागरूकता अभियान का समापन शनिवार को तंबाकू निषेध दिवस पर हुआ. अभियान के तहत दीवार लेखन, जागरूकता मार्च व जनसंवाद कार्यक्रम हुआ. अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों, किशोरों और ग्रामीण समुदाय को नशे की लत, विशेषकर तंबाकू, शराब और अन्य मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना था. राष्ट्रीय बाल महापंचायत सह महतोधरन बाल पंचायत की मुखिया सुरुजमुनी हेंब्रम, बाल पंचायत सदस्य अंकित कुमार गुप्ता, ज्योति व मनोज मंडल ने कहा कि यह अभियान हम सभी को अपने अंदर चलाने की आवश्यकता है. नशा परिवार और समाज के विकास में बाधक होता है. कहा कि नशा से पारिवारिक और सामाजिक कलह तो होता है, साथ ही आर्थिक नुकसान भी होती है. युवाओं को इस अभियान के महत्व को समझने की जरूरत है. संगठन के जिला समन्वयक सुरेंद्र पंडित ने बताया कि बाल मित्र ग्राम जेरोडीह, पंदनाडीह, परसाडीह, भातुरायडीह, तिलकडीह, बाघरायडीह, कोयरीडीह, फुटका, लाहिबारी, चौकी, जवारी, महतोधरण, बड़कीटांड़, कर्माटांड़, दुलाभीठा, बिझारा, कुंडेलवा में यह अभियान चलाया गया. फाउंडेशन का उद्देश्य करुणामय समाज निर्माण का है. अभियान को सफल बनाने में बाल पंचायत सदस्य जसिंता हेंब्रम, आलिया हेंब्रम, ज्योति किरण मरांडी, सुष्मिता, तेरेसा, सुरुजमुनी, जयपाल, जीतन, राखी , अंजलि, प्रमिला, करीना, अंकित, बिट्टू, प्रिया, मधु, सुष्मिता, युवा मंडल सदस्य रमेश हेंब्रम, रेजांति मुर्मू, मरियम मरांडी, सरिता मरांडी, पानो मुर्मू, मनोज, मंडल महिला मंडल सदस्य ललिता देवी, गूंजा देवी, सरिता देवी, निर्मला हांसदा सहित ग्रामीण सोमरा मरांडी, नारायण तुरी, सुधीर हेंब्रम, अर्जुन मंडल आदि ने योगदान दिया.
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