Giridih News: रायशुमारी के बाद मंडल अध्यक्ष पद के दावेदारों को है घोषणा का इंतजार

Giridih News: जिला भाजपा में सांंगठनिक चुनाव प्रक्रिया के तहत नये मंडल अध्यक्ष पद को लेकर रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब मंडल अध्यक्ष पद के दावेदारों को नामों की घोषणा होने का इंतजार है.

By MAYANK TIWARI | May 3, 2025 11:40 PM
an image

पद की चाहत में कई दावेदार गिरिडीह से लेकर रांची तक की भागदौड़ कर रहे हैं. वहीं, कई दावेदार प्रदेश नेतृत्व की ओर टकटकी लगाये हुए हैं. संभावना व्यक्त की जा रही है कि मई माह में प्रदेश भाजपा की ओर से नामों की घोषणा कर दी जायेगी. मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा होने के बाद जिलाध्यक्ष पद को लेकर रायशुमारी की जायेगी.

जिले में हैं 34 मंडल

बता दें कि गिरिडीह जिले में भाजपा के सांगठनिक दृष्टिकोण से 34 मंडल हैं. इन मंडलों में रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. रायशुमारी होने के बाद प्रत्येक मंडल से तीन-तीन नामों की सूची तैयार कर प्रदेश भाजपा को भेज दिया गया है. अब इन्हीं तीन नामों का आकलन करते हुए एक नाम पर मुहर लगाना है. इस स्थिति को देखते हुए मंडल अध्यक्ष बनने की लालसा रखने वाले दावेदार गिरिडीह से लेकर रांची तक की दौड़ लगा रहे हैं. कई दावेदार ऐसे हैं, जो जिलास्तर पर अपने राजनीतिक गुरु से मुलाकात कर अपनी स्थिति को मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि कई ऐसे भी दावेदार हैं जिनके पक्ष में अधिकाधिक रायशुमारी नहीं मिलने के बाद भी वह ऐन-केन-प्रकरेण इस पद पर काबिज होना चाह रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि प्रदेश नेतृत्व तमाम पहलुओं का आकलन करते हुए एक जिम्मेदार कार्यकर्ता के कंधे पर मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपेगी. चूंकि, आने वाले दिनों में राज्य सरकार के खिलाफ कई आंदोलन पार्टी करेगी. साथ ही साथ पंचायत स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने की जरूरत है. ऐसी स्थिति में सशक्त मंडल अध्यक्ष ही तमाम रणनीति को सफलीभूत करने में सफल होंगे. माना जा रहा है कि गिरिडीह जिले के वर्तमान 34 मंडल अध्यक्षों में से अधिकांश मंडल अध्यक्षों का पत्ता कट सकता है. उनके स्थान पर नये मंडल अध्यक्ष पद ग्रहण कर सकते हैं. मंडल अध्यक्षों के नाम की घोषणा होने के बाद जिलाध्यक्ष पद के लिए रायशुमारी होनी है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक विवाद ना हो इस वजह से जिलाध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं बल्कि रायशुमारी की प्रक्रिया अपनायी जायेगी.जिलाध्यक्ष पद को लेकर कई नेता सक्रिय हैं, लेकिन अभी सभी पर्दे के पीछे से अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं.

स्थानीय समस्याओं को लेकर नहीं हो पा रहा है आंदोलन

जिले के प्रखंड स्तर पर ज्वलंत समस्याओं को लेकर भाजपा आंदोलन नहीं कर पा रही है. मंडल स्तर पर नेतृत्व को लेकर संशय की स्थिति है. इसके कारण पेयजल, सड़क, बिजली आदि समस्याओं को लेकर आंदोलन करने से परहेज किया जा रहा है. वर्तमान में प्रखंड स्तर पर बिजली, पानी व स्वास्थ्य जैसी समस्याओं को लेकर लोग परेशान हैं. कोयलांचल क्षेत्र सहित अन्य प्रखंडों में पेयजल एक गंभीर समस्या बनी हुई है. नल जल योजना में अनियमितता का मामला हमेशा सुर्खियों में रहा है. लेकिन, हाल के दिनों में प्रखंड स्तर पर भाजपा द्वारा कोई बड़ा कार्यक्रम आंदोलन के रूप में नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र में चुनाव में मिली हार के बाद प्रखंड व पंचायत स्तर के कई कार्यकर्ता मायूस हैं. इस मायूसी को दूर करने की दिशा में जिलास्तर के नेताओं कोई पहल नहीं कर रहे हैं. प्रदेश नेतृत्व के निर्देश के आलोक में राज्य स्तरीय व राष्ट्रीय स्तरीय मुद्दों को लेकर पुतला दहन और जेपी चौक पर प्रदर्शन का कार्यक्रम होता है. लेकिन प्रखंड स्तर पर जिन मुद्दों को लेकर आंदोलन होना चाहिए उस दिशा में शिथिलता बरती जा रही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

यहां गिरिडीह न्यूज़ (Giridih News) , गिरिडीह हिंदी समाचार (Giridih News in Hindi), ताज़ा गिरिडीह समाचार (Latest Giridih Samachar), गिरिडीह पॉलिटिक्स न्यूज़ (Giridih Politics News), गिरिडीह एजुकेशन न्यूज़ (Giridih Education News), गिरिडीह मौसम न्यूज़ (Giridih Weather News) और गिरिडीह क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version