पंचायत सचिव सुखलाल महतो की मौत का मामला दबाने का आरोप
कार्रवाई नहीं होने पर दो जुलाई से कार्य बहिष्कार का अल्टीमेटम
झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ जिला शाखा की बैठक महासंघ भवन परिसर में हुई. बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष वशिष्ट कुमार सिंह ने की. जिलाध्यक्ष ने कहा कि डुमरी के पंचायत सचिव सुखलाल महतो की मौत के बाद दर्ज प्राथमिकी पर ठोस कार्रवाई नहीं कर, उसे दबाने का प्रयास किया जा रहा है. कहा कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो संघ आंदोलन को तेज करेगा. श्री सिंह ने कहा कि सुखलाल महतो के निधन के बाद दर्ज प्राथमिकी के आलोक में अभियुक्तों पर कार्रवाई कर न्याय दिया जाये, वहीं वर्तमान बीडीओ के विरुद्ध अंतिम निर्णय तक जिला से बाहर रखा जाये. कहा कि 26 जून को डुमरी अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन जिले भर के पंचायत सचिव भाग लेगें. इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई, तो दो जुलाई से जिले भर के पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले जायेंगे.
पंचायत सचिव को नहीं मिला था चार माह का वेतन
एनओसीजीई के राष्ट्रीय संगठन सचिव अशोक कुमार सिंह ने कहा कि स्व महतो का कार्यरत अवधि का चार माह का वेतन नहीं मिला था. साप्ताहिक विभागीय बैठक में स्व. महतो को डांट-डपट करते हुए कहा कि मेरे चेंबर में अलग से आओ. बुलाकर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते हुए अपमानित किया. परिणाम स्वरूप घटना घटित हुई. बीडीओ ने दो महिला पंचायत सचिवों को गाली गलौज कर अपमानित किया. इतना ही नहीं, चुन्नू सोरेन एवं छेदी महतो को भी पूर्व में अपमानित किया. ये दोनों कर्मी भी डिप्रेशन चले गये थे. इसका वजह एकमात्र यह है कि भ्रष्टाचार में सहयोगी बनाना चाहती है. बैठक में महासंघ के जिला मंत्री अमर किशोर प्रसाद सिन्हा, मुक्तेश्वर प्रसाद, रघुनंदन प्रसाद विश्वकर्मा, रूपलाल महतो, दिनेश्वर कुमार हाजरा, राजकिशोर साहू, रामशरण यादव, इंद्र महतो, चुनू सोरेन, पन्नालाल राम, राजकुमार पासवान, विनोद कुमार सिंह, रामचंद्र पासवान, मो सरफराज, स्टीफन मरांडी, जानकी महतो, संखैय किस्कू आदि मौजूद थे.
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