दिनभर यहां रहने वाली युवाओं की चहलकदमी के स्थान पर वीरानी छायी हुई है. काॅलेज गेट से लेकर पूरे कंपाउड तक सजी दुकानें की जगह सिर्फ मलबा दिख रहा है. हालांकि, अभियान के दौरान कुछ दुकानदारों ने आपत्ति भी जताई, लेकिन प्रशासन के आगे किसी की नहीं चली. वर्षों से काॅलेज के पास दुकान कर रोजी रोजगार चलाने वाले दुकानदारों के सामने बड़ी समस्या आ गयी है. उन्हें अपने घर में रखे सामानों को बेचने की चिंता सता रहा है. कुछ दुकानदार वैकल्पिक व्यवस्था तलाशने में जुट गये है. वहीं, जिनकी जमीन व घर सोनबाद में है, वह वहीं अपनी दुकान लगाने की बात कर रहे हैं. लेकिन, जो काॅलेज के पास ही की जमीन पर निर्भर थे, वह काफी चिंतित हैं. सोमवार से काॅलेज आने वाले विद्यार्थियों को फोटोस्टेठ कराने में भी परेशानी होगी. बता दें कि गिरिडीह काॅलेज के दोनों किनारों पर सरकारी जमीन पर 50 से अधिक दुकानें संचालित थीं. इसमें फोटो काॅपी, जेनरल स्टोर, स्टूडियो, होटल सहित अन्य दुकानें थीं. इन दुकानों के आड़ में चल रहे अवैध धंधे की खबर पर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए शनिवार को अतिक्रमण को हटाते हुए सभी दुकानों को तोड़ दिया. वहीं कुछ स्वयं सामान लेकर चले गये.
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