छात्रों का कहना है कि वर्षों से अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के विद्यार्थियों को कॉलेज में आरक्षण के तहत परीक्षा शुल्क व अन्य शुल्कों में छूट प्रदान की जाती थी. लेकिन इस वर्ष विनोबा भावे विश्वविद्यालय द्वारा वह छूट समाप्त कर दी है, जो कि शिक्षा में आरक्षण के अधिकारों का उल्लंघन है.
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