प्रशिक्षण के मुख्य प्रशिक्षक ने कहा कि किसान जैविक खेती करके अपनी भूमि को लंबे समय तक उपजाऊ बनाये रख सकते हैं. कम लागत में उत्पादन और मुनाफा कमा सकते हैं. जैविक उत्पाद का प्रयोग अपने भोजन के रूप में करके हम सभी स्वस्थ भी रह सकते हैं.
किसानों ने सीखा जैविक खेती का तरीका
प्रशिक्षण में किसानों को जैविक खेती करने का तरीका बताया गया. उन्होंने इस कार्यक्रम में किसानों को नीम अर्क, जीवामृत, बीजामृत, केंचुआ खाद सहित अन्य प्राकृतिक कीटनाशक व अन्य दवा बनाने की विधि और इसके फायदे बताये. प्रशिक्षण में क्षेत्रीय पदाधिकारी ओमप्रकाश सिंह, ग्रामीण विमला देवी, रेखा देवी, शहनाज परवीन, गीता सोरेन, सरिता देवी, रीता देवी, चिंता देवी, जीतन राय, रंजन यादव, परकेश शर्मा समेत लगभग 200 किसान उपस्थित थे.
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