झालसा रांची के निर्देश तथा प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष के मार्गदर्शन में केंद्रीय कारा गिरिडीह में काराधीन बंदियों के बीच जेल अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर व मेडिकल हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया. नेतृत्व फैयाज अहमद व पुरुषोत्तम कुमार तक रहे थे. दोनों ने प्राधिकार के द्वारा बंदियों को दी जाने वाली विधिक सहायता की जानकारी दी. नालसा व झालसा रांची के द्वारा काराधीन बंदियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम समय-समय आयोजित किये जा रहे हैं. इसके माध्यम से बंदियों को उचित विधिक सहायता दी जाती है. इसी के तहत प्रत्येक महीने जेल अदालत का आयोजन किया जाता है. इसका उद्देश्य जरूरमंतद कैदियों को विधिक सहायता उपलब्ध कराना है. जेल में पीएलवी को यह निर्देश भी दिया गया कि इस कारा में कोई भी बंदी अपने कानूनी अधिकारों से वंचित नहीं रहे, इसके लिए वे सभी निरंतर आम बंदियों से संपर्क में रहें, यदि किन्हीं को निःशुल्क अधिवक्ता की आवश्यकता हो तो उसका आवेदन तुरंत कारा प्रशासन के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकार के मेल करें. ऐसे बंदियों को तत्काल विधिक सहायता के तौर पर निःशुल्क अधिवक्ता की व्यवस्था की जायेगी. बंदियों की स्वास्थ्य जांच डॉ आरपी दास ने की. कार्यक्रम को सफल बनाने में जेल पीएलवी व जेल कर्मियों की भूमिका सराहनीय रही.
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