मुठभेड़ में अरविंद समेत तीन नक्सली बाल बाल बचे थे
पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के जरवा जंगल में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में अरविंद सहित तीन नक्सली बाल-बाल बच गये थे. वर्तमान समय में नक्सली अरविंद यादव के भेलवाघाटी के गगनपुर और हंसीकोल क्षेत्र में भ्रमणशील रहने की खबर है. इस पर झारखंड और बिहार में इनाम घोषित होने की बात बतायी जा रही है. वह फिलहाल संगठन में बिहार झारखंड का प्रवक्ता व नक्सली सेक कमेटी का सदस्य है. उसकी गिनती संगठन में बड़े नेताओं में होती है.
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बिना दस्ते और हथियार के बॉर्डर इलाके में घूम रहा अरविंद
बताया जाता है कि अरविंद बिना दस्ते व हथियार के अकेले ही बिना बॉर्डर एरिया में घूम रहा है. इसकी भनक गिरिडीह पुलिस को भी लग गयी है. पुलिस अपने स्तर से इसकी छानबीन कर रही है. जमुई, नवादा, गिरिडीह बॉर्डर पर सर्च अभियान तेज कर दिया गया है. सोनो थाना क्षेत्र के भेलवा मोहनपुर का रहनेवाला अरविंद यादव पिछले दो दशक से नक्सली संगठन में सक्रिय है. उसे पकड़ने के लिए बिहार एसटीएफ से लेकर झारखंड की पुलिस लंबे समय से सक्रिय है, लेकिन वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा है. उसके घर पर पुलिस ने कई बार छापेमारी, कुर्की जब्ती की है. ईडी तक की कार्रवाई हो चुकी है. पूर्व में भी उसकी करोड़ों की संपत्ति जब्त हो चुकी है.
क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक
बोकारो-गिरिडीह बॉर्डर पर मुठभेड़ में अरविंद यादव के बाल-बाल बचने के बाद उसके सीमावर्ती क्षेत्र में आने की सूचना प्राप्त हुई है. इसकी छानबीन की जा रही है. साथ ही सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है.
ओंकार नाथ सिंह, एसपी अभियान, जमुई
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