गिरिडीह, मृणाल कुमार : हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार रामनवमी बुधवार को पूरे जिले में आस्था के साथ मनाया जा रहा है. पर्व को लेकर कई जगहों पर भगवा ध्वजा लहराया गया तो शोभायात्रा भी निकाली गयी. वहीं भक्ति गीत से पूरा इलाका गुंजायमान रहा. मान्यताओं के अनुसार असुरों के राजा रावण को संहार करने के लिए भगवान विष्णु ने त्रेता युग में भगवान राम के रूप में सांतवा अवतार लिया था. चैत्र मास की नवमीं को अयोध्या के राजा दशरथ की पहली पत्नी कौशल्या ने भगवान राम को जन्म दिया था. मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जन्म दिवस को रामनवमी के रूप में मनाने की परंपरा है. रामनवमी के अवसर पर शहर के कई अखाड़ा कमिटयों की आरे से भव्य शोभायात्रा निकाली गयी. जय श्रीराम के जयघोष के साथ जुलूस में शामिल लोग बैंडबाजे के धुनों पर थिरकते रहे. वहीं पूरा इलाका मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की भक्ति में लीन रहा. वहीं श्रद्धालुओं ने अपने घरों की छत और आंगन में विधिवत पूजा-अर्चना कर महावीरी पताके फहराए. शहरी क्षेत्र के बड़ा चौक स्थित हनुमान मंदिर, मोहलीचुंआ, हुट्टी बाजार, हनुमानगढ़, अरगाघाट, सिहोडीह, पपरवाटांड़, बनियाडीह हनुमान मंदिर, शास्त्री नगर, न्यू बरगंडा, बरगंङा, बरमसिया, पचंबा, अलकापुरी के अलावे बसहा बाबा समाधि स्थल समेत अन्य मंदिरों में महावीरी पताका फहराए गए व पूजा-अर्चना की गई. वहीं शहर के बड़ा चौक में विभिन्न अखाड़ा कमिटियों की ओर एक से बढ कर एक हैरतअंगेज करतब दिखाये गये.
संबंधित खबर
और खबरें