कंपनी के अधिकारियों से वार्ता की गयी, लेकिन कंपनी मुआवजा देने से इनकार कर रही थी. इस विवाद के कारण मृतक का शव भी वहीं पर पड़ा हुआ है. अब विभागीय मंत्री और सचिव से भी फोन पर वार्ता हुई. कंपनी ने दस लाख रुपये का मुआवजा देने की सहमति जतायी है. इसके बाद मजदूर का शव घर वापस लाने की प्रक्रिया की जा रही है.
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