Jharkhand News: गुमला के रायडीह में 20 हाथियों का झुंड मचा रहा उत्पात, फसलों को रौंदा, कई घरों को तोड़ा

गुमला के रायडीह प्रखंड के गांवों में 20 हाथियों का झुंड खूब उत्पात मचा रहा है. जहां फसलों को रौंदा, वहीं कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथियों के उत्पात से क्षेत्र के ग्रामीण काफी डरे और सहमे हैं. इससे बचाव को लेकर वन विभाग की टीम और ग्रामीणों के बीच बैठक हुई. इस बैठक में ग्रामीणों ने कई मांग रखी.

By Samir Ranjan | December 29, 2022 10:57 PM
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Jharkhand News: छत्तीसगढ़ राज्य से गुमला जिले के रायडीह प्रखंड में 20 हाथियों का झुंड घुसा है. इसमें तीन-चार बच्चा हाथी भी है. बीते पांच दिनों से रायडीह ब्लॉक के गांवों में ये हाथी घूम रहे हैं. गांवों में उत्पात मचा रहे हैं. फसल बर्बाद कर रहे हैं. घर तोड़ रहे हैं. गांव के लोग डरे हुए हैं. गुरुवार को उपरखटंगा पंचायत के सोपो गांव में पांचवें दिन भी जंगली हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. बुधवार रात्रि 20 जंगली हाथियों के झुंड ने चार किसानों के घर को ध्वस्त कर दिया. अन्य किसानों के खेत में लगे फसल सब्जी, फूलगोभी, पत्ता गोभी, टमाटर, मटर, आलू और धान के गांज को चट कर गया है. ग्रामीण दहशत में रात गुजार रहे हैं. एक ही परिवार के तीन भाइयों का घर धवस्त किया है. जिसमें बेंजामिन तिर्की, निश्तर तिर्की, जोसेफ तिर्की एवं अरूण मिंज है. वहीं दर्जनो किसानो के खेत में लगे फसल को नष्ट और चट कर दिया गया.

हाथी के डर से की बैठक, मांगी मदद

हाथी के उत्पात के बाद गुरुवार को सोपो गांव के ग्रामीण और वन विभाग की टीम द्वारा सोपो स्कूल मैदान में बैठक किया गया. बैठक में कुरूमगढ़ रेंज की रेंजर गायत्री देवी वन विभाग की टीम के साथ पहुंच कर ग्रामीणो के क्षतिपूर्ति का जायजा लिया. साथ ही ग्रामीणों के बीच पटाखा, टॉर्च, लाईट और मशाल बनाने की सामग्री उपलब्ध कराया. गांव की ग्लोरिया तिर्की ने कहा की गांव में ना बिजली है और ना ही किसी प्रकार का बचाव की व्यवस्था है. रात में आधी रात के बाद टॉर्च और मोबाइल लाइट की बैटरी डाउन होने के बाद गांव के लोग भयभीत हो रहे हैं. घर में छोटे छोटे बच्चे हैं. कैसे सबको सुरक्षित रखें.

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हाथी से बचाव की मांग

वन विभाग की टीम स्पेशल हाथी बचाव टीम की व्यवस्था करे और जंगली जानवर को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये. ग्रामीण को भी सुरक्षा दें. साथ ही जिनका घर ध्वस्त हुआ है और जिनका फसल बर्बाद हुआ है. उनको उचित मुआवजा दिया जाये. नहीं तो खेती कृषि कर जीवन आपन करने वाले किसानों की हालत दयनीय हो जायेगी. बैठक में संगरास मिंज, अमरनाथ सिंह, परमेश्वर सिंह, आरूश मिंज, मिलन मिंज, रूस्तम मिंज, रोशन खेस, विश्वासी तिर्की, सारामणी मिंज, यशोदा देवी, ज्योतिमणी बाड़ा, अनमोल तिर्की, सिलास कुजूर, सुधेश्वर सिंह, नवीन केरकेट्टा आदि मौजूद थे.

रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.

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